क्या एशेज 1932-33 में इंग्लैंड की घातक रणनीति डॉन ब्रैडमैन को हरा सकी?

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क्या एशेज 1932-33 में इंग्लैंड की घातक रणनीति डॉन ब्रैडमैन को हरा सकी?

सारांश

क्या आप जानते हैं कि 1932-33 की एशेज सीरीज में इंग्लैंड ने डॉन ब्रैडमैन को हराने के लिए किस तरह की ख़तरनाक रणनीति अपनाई थी? जानें इस ऐतिहासिक मुकाबले के बारे में और कैसे ब्रैडमैन ने इंग्लैंड की योजना को ध्वस्त किया।

Key Takeaways

  • एशेज सीरीज क्रिकेट की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित सीरीज में से एक है।
  • डॉन ब्रैडमैन ने इंग्लैंड की योजना का सामना किया।
  • इंग्लैंड की बॉडीलाइन गेंदबाजी रणनीति ने विवाद खड़ा किया।
  • यह सीरीज क्रिकेट प्रेमियों के लिए अविस्मरणीय है।
  • आगामी एशेज में बेन स्टोक्स की रणनीति पर नजर रहेगी।

नई दिल्ली, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले टेस्ट मैचों की ऐतिहासिक एशेज सीरीज का जादू निराला होता है। 1882 में शुरू हुई यह सीरीज हर दो साल में आयोजित होती है। हालांकि यह सीरीज ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होती है, परंतु इसका आकर्षण विश्वभर के क्रिकेट प्रेमियों को अपनी ओर खींचता है। कभी ऑस्ट्रेलिया तो कभी इंग्लैंड अपने अद्भुत खेल से एक दूसरे को चौंकाते हैं और हमेशा एक मजबूत रणनीति के साथ मैदान में उतरते हैं।

1932-33 में खेली गई 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में इंग्लैंड ने बेहद खतरनाक रणनीति अपनाई थी, जिसके परिणामस्वरूप उसे 4-1 की शानदार जीत मिली। लेकिन, इंग्लैंड की यह रणनीति क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में से एक डॉन ब्रैडमैन के सामने पूरी तरह विफल रही।

यह एशेज सीरीज ऑस्ट्रेलिया में आयोजित हुई थी। इंग्लैंड की टीम ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के खिलाफ एक खतरनाक योजना बनाई थी। इंग्लैंड के कप्तान डगलस जार्डिन ने रन मशीन डॉन ब्रैडमैन के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया के अन्य प्रमुख बल्लेबाजों को अपने निशाने पर लिया।

इंग्लैंड की योजना थी कि वह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के शरीर पर गेंद फेंके, ताकि बल्लेबाज डर के मारे अपने विकेट गंवा दें। उस समय बाउंसर से संबंधित कोई नियम नहीं था। इस कारण इंग्लैंड के गेंदबाज लगातार ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को निशाना बना रहे थे। इसी कारण यह एशेज सीरीज कम और बॉडीलाइन सीरीज के नाम से अधिक जानी जाती है।

इंग्लैंड को अपनी रणनीति का लाभ मिला और उसने ऑस्ट्रेलिया में आयोजित 5 टेस्ट मैचों की सीरीज 1-4 से जीत ली। फिर भी, डॉन ब्रैडमैन पर इस बॉडीलाइन गेंदबाजी का कोई प्रभाव नहीं पड़ा। उन्होंने यह साबित किया कि वे क्यों महान हैं।

ब्रैडमैन ने सीरीज का पहला टेस्ट नहीं खेला। दूसरे टेस्ट की पहली पारी में शून्य पर आउट हुए। लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने शानदार शतक बनाते हुए 103 रन की पारी खेली। बाद के तीन टेस्ट मैचों की 6 पारियों में उन्होंने 8, 66, 76, 24, 48, और 71 के स्कोर बनाकर इंग्लैंड की बॉडीलाइन गेंदबाजी की योजना को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।

एशेज 2025-26 का आयोजन 21 नवंबर से होने जा रहा है। इस बार भी यह ऑस्ट्रेलिया में हो रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि बायजबॉल खेल रही इंग्लैंड टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के खिलाफ कौन सी रणनीति अपनाते हैं।

Point of View

यह सीरीज हमें यह सिखाती है कि खेल में असली प्रतिभा क्या होती है।
NationPress
18/11/2025

Frequently Asked Questions

एशेज सीरीज का इतिहास क्या है?
एशेज सीरीज का इतिहास 1882 से शुरू होता है और यह इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले टेस्ट मैचों की एक द्विपक्षीय प्रतिस्पर्धा है।
डॉन ब्रैडमैन कौन हैं?
डॉन ब्रैडमैन को क्रिकेट इतिहास का महानतम बल्लेबाज माना जाता है, जिन्होंने अपने करियर में अनेक रिकॉर्ड स्थापित किए।
बॉडीलाइन गेंदबाजी क्या होती है?
बॉडीलाइन गेंदबाजी वह रणनीति है जिसमें गेंदबाज बल्लेबाज के शरीर पर गेंद फेंकते हैं, जिससे बल्लेबाज डर के मारे अपना विकेट गंवा देते हैं।
1932-33 एशेज सीरीज में इंग्लैंड ने कैसे जीत हासिल की?
इंग्लैंड ने 1932-33 की एशेज सीरीज में 4-1 से जीत हासिल की, जिसमें उनकी बॉडीलाइन गेंदबाजी रणनीति प्रमुख रही।
आगामी एशेज सीरीज कब होगी?
आगामी एशेज सीरीज 2025-26 में 21 नवंबर से शुरू होगी।
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