क्या बांग्लादेश की पूर्व कप्तान जहांआरा आलम के आरोपों की जांच कर रहा है बीसीबी?
सारांश
Key Takeaways
- महिला क्रिकेट के लिए सुरक्षा जरूरी है।
- जहांआरा आलम के आरोपों की गंभीरता को समझना चाहिए।
- बीसीबी को ईमानदारी से जांच करनी होगी।
- खेल में यौन उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
- महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है।
ढाका, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान जहांआरा आलम ने एक साक्षात्कार में टीम के मैनेजर मंजरुल इस्लाम पर उनके साथ अनुचित व्यवहार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह बगैर इजाजत उनके कंधे पर हाथ रखते थे और ऐसी बातें करते थे, जो उन्हें असहज महसूस कराती थीं। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले का जांच कराने का निर्णय लिया है, जो बीसीबी की महिला शाखा द्वारा की जाएगी।
बोर्ड ने स्पष्ट किया, "जहांआरा आलम के द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच सरकारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सहयोग से ईमानदारी पूर्वक की जाएगी। जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है।"
टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट के अनुसार, बोर्ड ने कहा, "हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और इसकी गहन जांच पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह केवल एक क्रिकेटर का मामला नहीं है, बल्कि महिला क्रिकेट के सम्मान का सवाल है। हम निश्चित रूप से तय करेंगे कि क्या करना है। बोर्ड प्रमुख फिलहाल विदेश में हैं। उनके लौटते ही हम उनके साथ बैठकर बात करेंगे और अपनी अगली कार्रवाई के बारे में निर्णय लेंगे।"
रिपोर्ट में कहा गया है, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि महिला क्रिकेट सुरक्षित माहौल में खेला जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो हमारा भविष्य मुश्किल है। लोग अपनी बेटियों या रिश्तेदारों को क्रिकेटर के रूप में अपनी किस्मत आजमाने के लिए भेजने में संकोच करेंगे।"
बांग्लादेश के खेल सलाहकार, आसिफ महमूद शोजिब भुयान ने भी सरकार द्वारा जहांआरा को पूर्ण समर्थन देने और यौन उत्पीड़न करने वालों को दंडित करने का आश्वासन दिया है।
जहांआरा ने साक्षात्कार में मंजरुल पर अनुचित शारीरिक संपर्क बनाने और प्रोत्साहन के बहाने महिला खिलाड़ियों को गले और छाती से जबरदस्ती लगाने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि ये उनके साथ-साथ अन्य महिला खिलाड़ियों के लिए भी डरावना था। वर्तमान में, जहांआरा ऑस्ट्रेलिया में रह रही हैं।