क्या बेंगलुरु भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए बीसीसीआई ने कमेटी बनाई है?

सारांश
Key Takeaways
- बीसीसीआई ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए कमेटी बनाई है।
- भगदड़ में 11 लोग मारे गए और 33 घायल हुए।
- कमेटी 15 दिनों में गाइडलाइन तैयार करेगी।
- कर्नाटक सरकार ने जांच के लिए पुलिस को निर्देश दिए हैं।
- केएससीए के अधिकारी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे चुके हैं।
मुंबई, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए गाइडलाइन बनाने हेतु एक कमेटी का गठन किया है। यह घटना रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) द्वारा पहली आईपीएल ट्रॉफी जीतने के बाद के जश्न के दौरान घटित हुई थी, जिसमें 11 लोग मारे गए थे और 33 अन्य घायल हुए थे।
इस कमेटी में बीसीसीआई के तीन वरिष्ठ अधिकारी - सचिव देवजीत सैकिया, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, और कोषाध्यक्ष प्रभतेज सिंह भाटिया शामिल हैं, जो 15 दिनों के भीतर एक गाइडलाइन तैयार करेंगे।
बीसीसीआई ने 4 जून को बेंगलुरु में हुई इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, जब आरसीबी के विक्ट्री परेड और चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित स्वागत समारोह में हजारों प्रशंसक इकट्ठा हुए थे। इस दौरान स्टेडियम के गेट के सामने भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की मृत्यु हो गई और कई अन्य घायल हुए।
भगदड़ के बाद, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु पुलिस को आरसीबी और डीएनए एंटरटेनमेंट के अधिकारियों को गिरफ्तार करने तथा घटना की जांच कराने के निर्देश दिए। 6 जून को आरसीबी के मार्केटिंग और रेवेन्यू प्रमुख निखिल सोसले को डीएनए के दो अधिकारियों के साथ गिरफ्तार किया गया। बाद में 13 जून को उन्हें जमानत मिल गई।
कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) के दो वरिष्ठ अधिकारियों, सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ई.एस. जयराम ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।