क्या बीसीसीआई 22 दिसंबर को महिला घरेलू क्रिकेटरों के भुगतान में बदलाव पर चर्चा करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- महिला क्रिकेटरों के भुगतान में सुधार की आवश्यकता है।
- सीनियर महिला खिलाड़ियों को 20,000 रुपये का भुगतान किया जाता है।
- महिलाओं के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में बदलाव की संभावना है।
- बैठक में पुरुष टीम के कॉन्ट्रैक्ट पर भी चर्चा होगी।
- यह बैठक नए पदाधिकारियों के चयन के बाद पहली होगी।
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड 22 दिसंबर को अपनी 31वीं एपेक्स काउंसिल बैठक में महिला क्रिकेटरों की वेतन संरचना में सुधार पर चर्चा करेगा। यह बैठक ऑनलाइन आयोजित की जाएगी और शाम 7:00 बजे से आरंभ होगी।
घरेलू क्रिकेट में महिला क्रिकेटरों को मिलने वाला वित्तीय मुआवजा बेहद कम है। 2021 में हुए बदलाव के अनुसार, घरेलू वनडे मैच के लिए, सीनियर महिला खिलाड़ियों को प्रति मैच 20,000 रुपये का भुगतान किया जाता है, जो पहले 12,500 रुपये था। महिलाओं की अंडर-23, अंडर-19 और अंडर-15 श्रेणी की खिलाड़ियों को वर्तमान में 10,000 रुपये मिल रहे हैं। सभी महिला टूर्नामेंट में रिजर्व खिलाड़ियों को 50% फीस का भुगतान किया जाता है। साथ ही, सीनियर महिला जोनल रेड-बॉल टूर्नामेंट भी प्रारंभ किया गया है, जिसके लिए भी भुगतान में परिवर्तन की आवश्यकता है।
महिलाओं के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में भी परिवर्तन की संभावना है। महिलाओं के लिए सबसे अधिक सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की राशि 50 लाख रुपये है, जो पुरुषों की क्रिकेट में ग्रेड सी की राशि का आधा है। महिला क्रिकेट में 30 लाख और 10 लाख रुपये की दो अन्य श्रेणियां भी मौजूद हैं।
पुरुष टीम के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पर भी चर्चा होगी। रोहित शर्मा और विराट कोहली के ग्रेड पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, क्योंकि दोनों को मौजूदा समय में ए प्लस श्रेणी के अनुसार वेतन मिलता है। दोनों केवल वनडे खेलते हैं, इसलिए उनके ग्रेड में कमी की संभावना है।
इसके अलावा, शुभमन गिल के ग्रेड में प्रोन्नति हो सकती है। गिल वर्तमान में तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं। वह वनडे और टेस्ट फॉर्मेट के कप्तान हैं, और टी20 के उपकप्तान हैं।
बैठक में अंपायरों और मैच रेफरी की फीस में बदलाव पर भी विचार किया जा सकता है। नए पदाधिकारियों के चयन के बाद यह पहली एपेक्स काउंसिल मीटिंग होगी।