क्या भारत बनी पहली टीम जिसने पांच शतकवीरों के बावजूद टेस्ट मैच गंवाया?

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क्या भारत बनी पहली टीम जिसने पांच शतकवीरों के बावजूद टेस्ट मैच गंवाया?

सारांश

भारत ने एक अनूठा रिकॉर्ड बनाया है, वह पहली टीम है जिसने पांच शतकवीर बल्लेबाजों के बावजूद टेस्ट मैच गंवाया है। यह हार इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में हुई, जहां भारत ने एक उल्लेखनीय स्कोर बनाया। जानें इस ऐतिहासिक मैच के बारे में और भी दिलचस्प बातें!

Key Takeaways

  • भारत ने एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है।
  • पांच शतकों के बावजूद हार का सामना किया।
  • हेडिंग्ले में कुल 1673 रन बने।
  • बेन डकेट का 149 रन महत्वपूर्ण है।
  • टेस्ट क्रिकेट में यह एक नया मील का पत्थर है।

लीड्स, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने एक अनोखा रिकॉर्ड बना लिया है, वह पहली ऐसी टीम बन गई है जिसने पांच शतकवीर बल्लेबाजों के बावजूद टेस्ट मैच हारने का कष्ट झेला। लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में, भारत ने दोनों पारियों में पांच शतकों के बावजूद मैच को पांच विकेट से गंवाया।

इससे पहले, केवल एक बार ऐसा हुआ था जब किसी टीम ने चार सेंचुरी के बावजूद टेस्ट मैच में हार का सामना किया। यह घटना 1928 में ऑस्ट्रेलिया द्वारा इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न में हुई थी।

भारत ने हेडिंग्ले टेस्ट में कुल 835 रन बनाए, जो किसी भी हारने वाली टीम का चौथा सबसे बड़ा स्कोर है। भारत का पिछला रिकॉर्ड 759 रन का था, जो 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में बना था।

तीन टेस्ट मैच ऐसे हुए हैं जिनमें चारों पारियों में 350 या उससे अधिक रन बने हैं। इससे पहले, यह केवल दो बार हुआ था - 1921 में एडिलेड और 1948 में हेडिंग्ले में। दोनों बार एशेज सीरीज के दौरान ऐसा हुआ था।

इंग्लैंड ने हेडिंग्ले में 371 रनों का लक्ष्य हासिल किया, जो टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में इंग्लैंड का दूसरा सबसे बड़ा सफल पीछा है। इससे पहले, इंग्लैंड ने 2022 में एजबस्टन में भारत के खिलाफ 378 रन चेज किए थे।

इंग्लैंड को पहले टेस्ट के पांचवें दिन की शुरुआत में 350 रन चाहिए थे। टेस्ट के अंतिम निर्धारित दिन इससे बड़ा लक्ष्य केवल एक बार हासिल हुआ है। 1948 में हेडिंग्ले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 404 रन चेज किए थे।

हेडिंग्ले में इंग्लैंड और भारत के बीच कुल 1673 रन बने, जो दोनों टीमों के बीच किसी भी टेस्ट मैच का सबसे बड़ा स्कोर है। पिछला रिकॉर्ड 1614 रन का था (मैनचेस्टर, 1990 -- ड्रॉ मैच)। यह 1673 रन ऐसे टेस्ट मैच के लिए पांचवां सबसे बड़ा योग भी है, जो ड्रॉ के रूप में समाप्त नहीं हुआ।

चौथी पारी में पांचवीं बार 300+ रन का सफल पीछा हेडिंग्ले में हुआ है। भारत के खिलाफ इंग्लैंड का 371 रन का पीछा इस मैदान पर दूसरा सबसे बड़ा है। डर्बन का किंग्समीड एकमात्र ऐसा मैदान है जहां इससे ज्यादा (3) 300+ रन के सफल चेज हुए हैं।

बेन डकेट ने चौथी पारी में 149 रन बनाए, जो भारत के खिलाफ चौथी पारी में किसी भी बल्लेबाज का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। इससे पहले यह रिकॉर्ड जो रूट के नाम था - 142* (एजबस्टन, 2022)।

डकेट का 149 रन इंग्लैंड के लिए चौथी पारी में किसी ओपनर द्वारा दूसरा सबसे बड़ा स्कोर भी है। इससे ऊपर केवल माइक आथर्टन हैं, जिन्होंने 1995 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 185* बनाए थे।

डकेट और जैक क्रॉली के बीच 188 रनों की ओपनिंग साझेदारी हुई। यह चौथी पारी में पांचवीं सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप है। इंग्लैंड के लिए यह दूसरी सबसे बड़ी है।

अब तक कुल 12 बल्लेबाज ऐसे हुए हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाया लेकिन फिर भी अपनी टीम के साथ हार का सामना किया। इससे पहले ऐसा आखिरी बार ब्रेंडन टेलर के साथ 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ हुआ था।

Point of View

जो क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है। हमें इस हार से सीखने की जरूरत है। हमारी टीम ने प्रयास किया, लेकिन परिणाम हमेशा उम्मीद के अनुसार नहीं होता।
NationPress
25/06/2025

Frequently Asked Questions

भारत के खिलाफ इंग्लैंड का सबसे बड़ा रन चेज कौन सा था?
इंग्लैंड ने 2022 में एजबस्टन में भारत के खिलाफ 378 रन चेज किए थे।
भारत ने हेडिंग्ले टेस्ट में कितने रन बनाए?
भारत ने हेडिंग्ले टेस्ट में कुल 835 रन बनाए।
क्या टेस्ट मैच में चार शतकों के बावजूद हारने का कोई उदाहरण है?
हाँ, ऐसा एक बार 1928 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड के खिलाफ हुआ था।
बेन डकेट ने कितने रन बनाए?
बेन डकेट ने चौथी पारी में 149 रन बनाए।
हेडिंग्ले में सबसे बड़ा स्कोर क्या था?
हेडिंग्ले में इंग्लैंड और भारत के बीच कुल 1673 रन बने।