क्या भारत बनाम इंग्लैंड का वो ऐतिहासिक मैच आपको याद है, जिसमें 10वें नंबर की जोड़ी ने बनाए 198 रन?

सारांश
Key Takeaways
- भारत-इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 1932 में खेला गया।
- जो रूट और जेम्स एंडरसन ने 198 रन की साझेदारी की।
- भारतीय टीम ने पहली पारी में 457 रन बनाए।
- मैच अंततः ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
- केविन पीटरसन और इयान बेल की साझेदारी सबसे बड़ी है।
नई दिल्ली, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। क्रिकेट के इतिहास में भारत-इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच 1932 में खेला गया था। तब से, इन दोनों देशों ने मिलकर कुल 137 टेस्ट खेले हैं।
क्रिकेट में बहुत कम मौकों पर 10वें नंबर की जोड़ी ने 150+ रन की साझेदारी बनाई है, लेकिन क्या आप उस मैच के बारे में जानते हैं, जिसमें जो रूट और जेम्स एंडरसन ने मिलकर 10वें विकेट के लिए 198 रन बनाते हुए सभी को हैरान कर दिया था?
यह मैच 2014 में 9-13 जुलाई के बीच खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 457 रन बनाए।
टीम इंडिया की ओर से मुरली विजय ने 146 रन और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 82 रन की पारी खेली। इसके अलावा, भुवनेश्वर कुमार ने 58 रन बनाए।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 496 रन बनाकर बढ़त बना ली।
इंग्लैंड की टीम 298 पर अपने नौ विकेट खो चुकी थी। तब लगा कि भारत, इंग्लैंड को जल्द समेटकर मैच पर कब्जा कर लेगा, लेकिन जो रूट (154 नाबाद) ने जेम्स एंडरसन के साथ मिलकर 'माही एंड कंपनी' के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
इन दोनों के बीच 323 गेंदों में 198 रन की साझेदारी हुई। इस साझेदारी में जेम्स एंडरसन ने 130 गेंदों में 81 और जो रूट ने 193 गेंदों में 104 रन जुटाए।
जो रूट और जेम्स एंडरसन की इस साझेदारी ने मैच को ड्रॉ की ओर बढ़ा दिया।
टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 391/9 के स्कोर पर घोषित की, जिसमें स्टुअर्ट बिन्नी (78), भुवनेश्वर कुमार (63) और चेतेश्वर पुजारा (55) ने अर्धशतक बनाए। अंततः मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
भारत-इंग्लैंड के टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी साझेदारी की बात करें, तो केविन पीटरसन और इयान बेल की जोड़ी पहले स्थान पर है, जिन्होंने अगस्त 2011 में द ओवल में तीसरे विकेट के लिए 350 रन जोड़े थे। इंग्लैंड ने वह मैच पारी और 8 रन से जीता था।