क्या डेविस कप में भारत ने स्विट्जरलैंड को 3-1 से हराकर इतिहास रच दिया?

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क्या <b>डेविस कप</b> में <b>भारत</b> ने <b>स्विट्जरलैंड</b> को 3-1 से हराकर इतिहास रच दिया?

सारांश

भारत ने डेविस कप में स्विट्जरलैंड को 3-1 से हराकर एक महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। यह जीत भारतीय टीम के लिए 1993 के बाद यूरोप में किसी यूरोपीय देश पर पहली जीत है। जानिए इस ऐतिहासिक मुकाबले के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी।

Key Takeaways

  • भारत ने डेविस कप में स्विट्जरलैंड को 3-1 से हराया।
  • यह जीत 1993 के बाद यूरोप में किसी देश पर पहली जीत है।
  • सुमित नागल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • भारत अब विश्व ग्रुप क्वालीफायर में पहुँच गया है।
  • यह जीत भारतीय टेनिस के लिए एक मील का पत्थर है।

बिएल, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने शनिवार को स्विस टेनिस एरीना में विश्व ग्रुप 1 के पहले दौर के मैच में स्विट्जरलैंड को 3-1 से हराकर डेविस कप में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। भारतीय टीम ने 1993 के बाद पहली बार यूरोप में किसी यूरोपीय देश पर जीत दर्ज की।

शीर्ष एकल खिलाड़ी सुमित नागल ने स्विट्जरलैंड के बिएल में हेनरी बर्नेट को एकल में 6-1, 6-3 से हराकर भारत की जीत को सुनिश्चित किया। इस जीत के साथ, मौजूदा भारतीय टीम ने उस प्रदर्शन को पुनः दोहराया, जो लिएंडर पेस और रमेश कृष्णन की टीम ने क्वार्टर फाइनल में फ्रांस को 3-2 से हराया था।

अब भारत विश्व ग्रुप क्वालीफायर में पहुँच गया है, लेकिन इस परिणाम के साथ स्विट्जरलैंड डेविस कप 2026 विश्व ग्रुप 1 प्ले-ऑफ में प्रवेश कर गया है। भारतीय टीम ने एक और इतिहास रच दिया क्योंकि 2019 में डेविस कप प्रारूप में बदलाव के बाद से उन्होंने विश्व ग्रुप 1 के अपने मुकाबलों में जीत हासिल नहीं की थी।

भारत ने तीन मौकों 1966, 1974 और 1987 में उपविजेता का खिताब जीता है। दक्षिणेश्वर सुरेश ने शुक्रवार को पहले मैच में उच्च रैंकिंग वाले जेरोम किम को 7-6(5), 6-3 से हराकर शानदार शुरुआत की। N. श्रीराम बालाजी और ऋत्विक चौधरी बोलिपल्ली के साथ नागल ने मेहमान टीम के लिए एक प्रभावशाली दिन का समापन किया।

हालांकि, मेजबान टीम ने पुरुष युगल मुकाबले में वापसी करते हुए जीत हासिल की। जैकब पॉल और डोमिनिक स्ट्राइकर ने एन. श्रीराम बालाजी और ऋत्विक चौधरी बोलिपल्ली को कड़े मुकाबले में हराया। एक सेट से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए, उन्होंने 6-7(3), 6-4, 7-5 से जीत हासिल की और स्कोर 1-2 कर दिया।

भारतीय टेनिस खिलाड़ियों ने पहले सेट को टाई-ब्रेक के बाद अपने नाम किया। हालाँकि, दूसरे सेट में सर्विस टूटने के बाद वे अगला सेट हार गए। तीसरे सेट में एन. श्रीराम बालाजी और ऋत्विक बोलिपल्ली ने स्विस जोड़ी की सर्विस तोड़ी, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।

इस मुकाबले में पूरी तरह से वापसी करने की उम्मीदें सुमित नागल और हेनरी बर्नेट के बीच एकल मैच पर निर्भर थीं, और नागल ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया। वह 6-1, 6-3 से जीतकर मुकाबला भारत के पक्ष में कर दिया।

विश्व ग्रुप 1 मुकाबलों में जीतने वाली 13 टीमें 2026 डेविस कप क्वालीफायर में प्रतिस्पर्धा करेंगी। हारने वाली टीमें 2026 विश्व ग्रुप 1 प्ले-ऑफ में प्रतिस्पर्धा करेंगी।

Point of View

यह न केवल खिलाड़ियों के लिए, बल्कि देश के लिए गर्व का क्षण है। यह जीत भारतीय टेनिस की क्षमता को दर्शाती है और भविष्य के लिए आशा की किरण है। हमें उम्मीद है कि भारतीय टीम इसी तरह की सफलता को आगे बढ़ाएगी।

NationPress
13/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत ने स्विट्जरलैंड को कब हराया?
भारत ने 13 सितंबर को स्विट्जरलैंड को 3-1 से हराया।
कौन से खिलाड़ी ने महत्वपूर्ण मैच जीते?
सुमित नागल और दक्षिणेश्वर सुरेश ने महत्वपूर्ण मैच जीते।
भारत ने कब से यूरोप में किसी देश को नहीं हराया था?
भारत ने 1993 के बाद किसी यूरोपीय देश को नहीं हराया था।
इस जीत का महत्व क्या है?
यह जीत भारतीय टेनिस के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
भारत अब किस चरण में पहुँच गया है?
भारत अब विश्व ग्रुप क्वालीफायर में पहुँच गया है।