क्या भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी? दीप्ति शर्मा के स्थान पर स्नेह राणा को मौका मिला
सारांश
Key Takeaways
- भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी है।
- दीप्ति शर्मा बुखार के कारण बाहर हैं।
- स्नेह राणा को टीम में शामिल किया गया है।
- पहला मैच भारत ने 8 विकेट से जीता था।
- श्रीलंका ने अपनी अंतिम एकादश में कोई बदलाव नहीं किया है।
विशाखापत्तनम, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला टीम ने श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टी20 मैच में टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का निर्णय लिया है। टीम इंडिया ने प्लेइंग इलेवन में एक परिवर्तन किया है।
आईसीसी रैंकिंग में दुनिया की नंबर 1 वनडे गेंदबाज दीप्ति शर्मा बुखार के कारण इस मैच से बाहर हैं। उनके स्थान पर स्नेह राणा को टीम में शामिल किया गया है। दूसरी ओर, श्रीलंका ने अपनी अंतिम एकादश में कोई बदलाव नहीं किया है।
सीरीज के लगातार दूसरे मुकाबले में टॉस जीतने के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि यह उनके लिए एक नया अनुभव है, क्योंकि उन्हें टॉस जीतने की आदत नहीं है, लेकिन वह इसका लुत्फ उठा रही हैं।
भारतीय कप्तान ने दीप्ति शर्मा के बारे में कहा, "दीप्ति स्वस्थ नहीं हैं। स्नेह राणा टीम में वापस आई हैं। हमने अच्छा प्रदर्शन किया है, कुछ नहीं बदला है। टीम की अप्रोच वही है।"
दूसरी ओर, श्रीलंकाई कप्तान चामरी अथापथु ने अपनी टीम पर विश्वास जताते हुए कहा, "हम उसी टीम के साथ खेल रहे हैं। मुझे अपनी टीम पर भरोसा है। हमें आत्मविश्वास से खेलना होगा, यही सबसे महत्वपूर्ण है। हमें अपनी ताकत के अनुसार खेलना होगा।"
भारत ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के पहले मैच को 8 विकेट से जीता था। रविवार को श्रीलंकाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवरों में 6 विकेट खोकर 121 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 14.4 ओवरों में जीत हासिल की। टीम इंडिया 5 मुकाबलों की सीरीज में फिलहाल 1-0 से लीड बनाए हुए है।
भारत की प्लेइंग इलेवन: स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), ऋचा घोष (विकेटकीपर), स्नेह राणा, अमनजोत कौर, अरुंधति रेड्डी, क्रांति गौड़, वैष्णवी शर्मा और श्री चरणी।
श्रीलंका की प्लेइंग इलेवन: चामरी अथापथु (कप्तान), हासिनी परेरा, हर्षिता समरविक्रमा, विश्मी गुनारत्ने, नीलाक्षिका सिल्वा, कौशिनी नुथ्यांगना (विकेटकीपर), कविशा दिलहारी, मल्की मदारा, इनोका राणावीरा, काव्या कविंदी और शशिनी गिम्हानी।