क्या इंग्लैंड के ऑलराउंडर क्रिस वोक्स एशेज के लिए फिट हो पाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- क्रिस वोक्स एशेज के लिए फिट होना चाहते हैं।
- उन्होंने कंधे की चोट के लिए रिहैब करने का निर्णय लिया है।
- भारत के खिलाफ टेस्ट में उनकी चोट ने उन्हें संघर्ष करने पर मजबूर किया।
- उनका साहस दर्शकों के बीच सराहा गया।
- एशेज की शुरुआत नवंबर 2025 में होगी।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड के ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने एशेज खेलने की इच्छा व्यक्त की है। वह एशेज टेस्ट सीरीज तक पूरी तरह से फिट होना चाहते हैं और इसके लिए कंधे की चोट की सर्जरी के बजाय रिहैब करना पसंद करेंगे।
36 वर्षीय क्रिस वोक्स को भारत के खिलाफ 'द ओवल' में खेले गए पांचवें टेस्ट के पहले दिन बाएं कंधे में इंजरी का सामना करना पड़ा था। इस कारण उन्हें टेस्ट के शेष चार दिनों के लिए मैदान से बाहर रहना पड़ा था।
ओवल टेस्ट के पांचवें दिन, वोक्स बाएं हाथ में स्लिंग डालकर बल्लेबाजी करने आए थे। हालांकि, उनके साहस का मैच के परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा और भारत ने 6 रन से जीत हासिल कर सीरीज को 2-2 से बराबर किया।
बीबीसी स्पोर्ट्स से बातचीत में क्रिस वोक्स ने कहा, "मैं यह देखने के लिए इंतजार कर रहा हूं कि चोट कितनी गंभीर है। मुझे लगता है कि हमारे पास सर्जरी या रिहैब करने का विकल्प है, और हम जल्द ही इसे ठीक करने की कोशिश करेंगे।"
वोक्स ने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि रिहैब से इंजरी फिर से होने की संभावना बनी रह सकती है, लेकिन यह एक ऐसा जोखिम हो सकता है जिसे उठाने के लिए आप तैयार हों।
उन्होंने बताया, "मैंने फिजियो और विशेषज्ञों से सुना है कि रिहैब से शायद आठ सप्ताह के भीतर इसे फिर से मजबूत बना सकते हैं। इसलिए यह एक विकल्प हो सकता है। हम अभी इंजरी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।"
एशेज 21 नवंबर 2025 से जनवरी 2026 के बीच खेली जानी है। वोक्स इस रोमांचक टेस्ट सीरीज के लिए फिट होना चाहते हैं, जो इस बार ऑस्ट्रेलिया में होगी।
जब क्रिस वोक्स एक घायल हाथ के साथ ओवल में बल्लेबाजी करने आए, तो स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों ने उनका स्वागत किया और उनके साहस की सराहना की।
इस पर क्रिस वोक्स ने कहा, "मेरे लिए यह सामान्य था। मुझे विश्वास था कि उस ड्रेसिंग रूम में कोई और भी ऐसा ही करता। जब आपको मौका मिलता है, तो आप अपनी टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ करते हैं। उस पल में, मुझे मैदान पर जाकर गस के साथ मिलकर कोई रास्ता खोजना था ताकि हम जीत हासिल कर सकें। दुर्भाग्य से, ऐसा नहीं हुआ, लेकिन मैं आभारी हूं कि मैंने संघर्ष किया और टीम के लिए ऐसा करने की कोशिश की। हैरानी की बात यह है कि लोगों ने इतना प्यार, समर्थन और साहस दिखाया।"