क्या कोच देवदत्त की अपील के साथ बीसीसीआई विमेंस ब्लाइंड क्रिकेट टीम की मदद करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- वर्ल्ड कप जीत का सम्मान
- बीसीसीआई से आर्थिक सहायता की आवश्यकता
- दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए समर्थन
नई दिल्ली, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंडियन डेफ क्रिकेट टीम के कोच देवदत्त ने इंडियन विमेंस ब्लाइंड क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत की प्रशंसा की है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से सभी दिव्यांग क्रिकेटर्स की आर्थिक सहायता करने की अपील की है।
कोच देवदत्त ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "हमारी खिलाड़ियों ने ब्लाइंड टी20 वर्ल्ड कप में अद्भुत प्रदर्शन किया है। दृष्टिबाधित लड़कियों ने देश के लिए यह खिताब जीता है। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।"
भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम को अभी तक बीसीसीआई से मान्यता नहीं मिली है। इन खिलाड़ियों को मैच फीस एक निजी ट्रस्ट और कुछ स्पॉन्सर्स के माध्यम से मिलती है। कोच देवदत्त ने बीसीसीआई अध्यक्ष मिथुन मन्हास से इन खिलाड़ियों की मदद करने की अपील की है।
उन्होंने कहा, "मैं बीसीसीआई अध्यक्ष मिथुन मन्हास से निवेदन करता हूं कि इन लड़कियों की सहायता करें, ताकि इन्हें प्रेरणा मिले और इनके जीवन में आर्थिक संकट समाप्त हो।"
भारतीय टीम ने रविवार को नेपाल के खिलाफ फाइनल में ७ विकेट से जीत हासिल की। नेपाल की टीम ने निर्धारित ओवरों में ५ विकेट खोकर ११४ रन बनाए।
इस टीम के लिए सरिता घिमिरे ने सबसे ज्यादा ३५ रन बनाए, जबकि बिमला रानी ने २६ रन की पारी खेली। भारत की ओर से बी1 जमुना रानी और बी1 अनु कुमारी ने १-१ विकेट लिया।
इसके जवाब में भारत ने १२.१ ओवर में जीत प्राप्त की। टीम इंडिया की तरफ से बी1 करुणा ने २७ गेंदों में ४२ रन बनाए, जबकि फुला सरेन ने नाबाद ४४ रन बनाकर भारत को पहला विश्व कप खिताब जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नेपाल की ओर से बी3 दिल्लीसरा धमाला इकलौती सफल गेंदबाज रहीं, जिन्होंने १ विकेट हासिल किया।
भारत ने इस विश्व कप में एक भी मुकाबला नहीं गंवाया। टीम इंडिया ने श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, पाकिस्तान और नेपाल को मात देकर ट्रॉफी जीती।