क्या दिल्ली हाफ मैराथन में केन्याई धावकों ने फिर से धमाल मचाया?

सारांश
Key Takeaways
- केन्याई धावकों ने फिर से अपनी योग्यता साबित की।
- महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा ने सबको प्रभावित किया।
- मटाटा का प्रदर्शन शानदार था, उन्होंने 59:50 में दौड़ पूरी की।
- इस प्रकार के आयोजनों से खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।
- प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले धावकों की रणनीतियाँ बहुत महत्वपूर्ण होती हैं।
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केन्याई धावक एलेक्स न्जिओका मटाटा और लिलियन कासैट रेंगरुक ने रविवार को दिल्ली हाफ मैराथन के 20वें संस्करण में शानदार जीत हासिल की। यह दूसरी बार है जब इस आयोजन के एक ही संस्करण में केन्याई धावकों ने पुरुष एवं महिला वर्ग, दोनों में खिताब अपने नाम किया।
पहले ऐसे धावक फ्रांसिस किबिवोट और लिनेथ चेपकुरुई थे, जिन्होंने 2006 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
इस वर्ष की शुरुआत में आरएके हाफ-मैराथन में 59:20 के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ जीतने वाले मटाटा के नाम अब तक 7 बार 60 मिनट से कम समय में दौड़ पूरी करने का रिकॉर्ड है। इसमें 2024 में दिल्ली में 59:53 का समय भी शामिल है।
मटाटा ने अपने साथी रूबेन रोनो के साथ पहले 10 किलोमीटर की दौड़ 28:43 में पूरी की। इस दौरान उनके साथ छह अन्य धावक भी नजदीकी प्रतिस्पर्धा में थे। क Kenyan धावक ने दौड़ का दूसरा हिस्सा तेजी से पूरा किया और 59:50 मिनट में पुरुषों का खिताब जीता। यह इस साल मटाटा की पांचवीं हाफ-मैराथन जीत थी।
इथियोपिया के बेयेलिन तेशागर दूसरे स्थान पर रहे (60:22), जबकि केन्याई जेम्स किपकोगी तीसरे (60:25) पायदान पर रहे।
महिला वर्ग में धाविकाओं ने अलग रणनीति अपनाई। कासैट रेंगरुक अधिकांश दौड़ में आधा दर्जन धाविकाओं के समूह के साथ रहीं, जिनमें इथियोपिया की मुलत टेकले और मेलाल बिरातु शामिल थीं।
इस तिकड़ी ने 10 किलोमीटर दौड़ 32 मिनट 10 सेकंड में तय की। इस दौरान केन्या की 2023 वर्ल्ड हाफ मैराथन ब्रॉन्ज मेडलिस्ट कैथरीन अमांगोले ने रफ्तार बढ़ाकर उनके साथ जुड़ने की कोशिश की।
तीनों ने 15 किलोमीटर दौड़ 48 मिनट 11 सेकंड में पूरी की, लेकिन इसके बाद अमांगोले अपनी गति बनाए नहीं रख सकीं और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम की फिनिश लाइन की ओर बढ़ते हुए पीछे रह गईं।