क्या आप कद के साथ हौसलों में भी ऊंचे रहे? अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर शिखर धवन भावुक हुए
सारांश
Key Takeaways
- धर्मेंद्र का फिल्मी करियर प्रेरणादायक था।
- उन्होंने कई यादगार फिल्मों में काम किया।
- उनका निधन खेल और फिल्म जगत को प्रभावित करता है।
- धर्मेंद्र को पद्म भूषण मिला था।
- उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले हस्तियों की संख्या बढ़ रही है।
नई दिल्ली, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रख्यात अभिनेता धर्मेंद्र का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे थे। उनके निधन पर खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, "आप केवल कद में ही नहीं, बल्कि आपके हौसले ने भी हमेशा ऊँचाई हासिल की। धर्मेंद्र जी, हमें यह दिखाने के लिए धन्यवाद कि ताकत दयालु भी हो सकती है। ओम शांति।"
इसी बीच, ओलंपिक पदक विजेता बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने ‘एक्स’ पर लिखा, "भावपूर्व श्रद्धांजलि धर्मेंद्र जी।"
ज्ञात हो कि अभिनेता धर्मेंद्र को कुछ समय से सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। इसके साथ ही उनका स्वास्थ्य निरंतर बिगड़ता जा रहा था।
धर्मेंद्र को हाल ही में ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया था। कुछ दिन वहाँ इलाज के बाद उन्हें घर लाया गया था, जहाँ उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। इस दौरान उनके परिवार के सदस्य उनकी देखभाल में लगे थे।
धर्मेंद्र के करीबी लोग, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े व्यक्तित्व और प्रशंसक लगातार उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी ले रहे थे। इस बीच शाहरुख खान, गोविंदा, सलमान खान जैसी कई प्रसिद्ध हस्तियाँ अस्पताल और उनके घर पर हालचाल जानने पहुँची थीं। धर्मेंद्र के निधन की खबर ने न केवल फिल्म जगत बल्कि खेल जगत को भी चौंका दिया है।
8 दिसंबर 1935 को पंजाब के नसराली में जन्मे धर्मेंद्र को किशोरावस्था में पहलवानी का शौक था, लेकिन 1958 में फिल्मफेयर के न्यू टैलेंट हंट का विज्ञापन उनके फिल्मी सफर की शुरुआत का कारण बना।
धर्मेंद्र ने 1960 में 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने 'शोला', 'शबनम' (1961), 'अनपढ़' (1962) और 'बंदिनी' (1963) जैसी फिल्मों में अपने अद्वितीय अभिनय से प्रशंसा प्राप्त की।
'शोले', 'यादों की बारात', 'सीता और गीता', 'प्यार ही प्यार', 'खामोशी' और 'अनुपमा' जैसी कई यादगार फिल्मों में उन्होंने अभिनय किया। धर्मेंद्र को 2012 में भारत सरकार के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया।