क्या यश राठौड़ की 194 रन की पारी से मध्य क्षेत्र ने दक्षिण क्षेत्र के खिलाफ मजबूत स्थिति बनाई?

सारांश
Key Takeaways
- यश राठौड़ की 194 रनों की पारी ने मध्य क्षेत्र को मजबूती दी।
- दक्षिण क्षेत्र को 233 रन की बढ़त को पार करना है।
- मध्य क्षेत्र की गेंदबाजी ने दक्षिण क्षेत्र को 149 रन पर सीमित किया।
- दलीप ट्रॉफी के फाइनल में अभी दो दिन शेष हैं।
- किसी भी बल्लेबाज को शतकीय पारी की आवश्यकता है।
बेंगलुरु, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। यश राठौड़ अपने पहले प्रथम श्रेणी दोहरे शतक से चूक गए, लेकिन उनकी 194 रनों की सर्वश्रेष्ठ पारी के दम पर मध्य क्षेत्र दलीप ट्रॉफी के फाइनल में दक्षिण क्षेत्र के खिलाफ एक मजबूत स्थिति में पहुँच गया है।
बेंगलुरु के बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेले जा रहे इस मुकाबले के तीसरे दिन, मध्य क्षेत्र ने 5 विकेट पर 384 रन से आगे खेलना शुरू किया। मध्य क्षेत्र की पहली पारी 511 रन पर समाप्त हुई, जिससे उन्होंने दक्षिण क्षेत्र पर 362 रन की बढ़त हासिल की। राठौड़ के अलावा, दूसरे दिन 47 रन पर नाबाद लौटे सारांश जैन ने 69 रन बनाकर आउट हुए। कप्तान रजत पाटीदार ने भी 101 रन की पारी खेली थी।
दक्षिण क्षेत्र के लिए गुरजपनीत सिंह और अंकित शर्मा ने 4-4 और एमडी निधीश और वासुकी कौशिक ने 1-1 विकेट लिए।
तीसरे दिन की समाप्ति पर दक्षिण क्षेत्र ने 2 विकेट पर 129 रन बना लिए हैं। रविचंद्रन स्मरण 37 और रिकी भुई 26 रन पर नाबाद हैं। तन्मय अग्रवाल 29 और मोहित काले 38 रन बनाकर आउट हुए। दक्षिण क्षेत्र अब भी मध्य क्षेत्र से 233 रन पीछे है।
सारांश जैन और कुलदीप सेन ने 1-1 विकेट लिए हैं।
इससे पहले, दक्षिण क्षेत्र की पहली पारी 149 रन पर सिमट गई थी। तन्मय अग्रवाल 31 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे थे। मध्य क्षेत्र के लिए सारांश जैन ने 5, जबकि कुमार कार्तिकेय ने 4 विकेट लिए थे।
मैच में अभी दो दिन शेष हैं। दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाज जब चौथे दिन बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे तो उनका पहला लक्ष्य 233 रन की बढ़त को पार करना होगा। इसके लिए किसी न किसी बल्लेबाज को यश राठौड़ जैसी पारी खेलनी होगी। इसके अलावा, किसी न किसी बल्लेबाज को शतकीय पारी खेलनी होगी। तभी दक्षिण क्षेत्र मैच को ड्रॉ कराने की स्थिति में आ सकेगा। वर्तमान स्थिति में मध्य क्षेत्र का पलड़ा भारी है। चौथे दिन का पहला सत्र अगर मध्य क्षेत्र के पक्ष में गया, तो उनकी जीत निश्चित है।