क्या लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने ग्रैंड मास्टर दिव्या देशमुख की जीत को प्रेरणादायक बताया?

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क्या लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने ग्रैंड मास्टर दिव्या देशमुख की जीत को प्रेरणादायक बताया?

सारांश

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने दिव्या देशमुख की ऐतिहासिक जीत पर गर्व व्यक्त किया। यह जीत न केवल दिव्या के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए प्रेरणास्पद है। जानिए इस जीत के पीछे की कहानी और क्या है इसका महत्व।

Key Takeaways

  1. दिव्या देशमुख ने फिडे विमेंस वर्ल्ड कप-2025 जीता।
  2. वह इस प्रतियोगिता को जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं।
  3. आयु: 19 वर्ष।
  4. दिव्या ने कोनेरू हंपी को हराकर खिताब जीता।
  5. यह जीत पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है।

नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। संसद के मानसून सत्र के दौरान मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने शतरंज की खिलाडी दिव्या देशमुख को बधाई दी, जिन्होंने फिडे विमेंस वर्ल्ड कप-2025 जीतकर विश्व चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। दिव्या, शतरंज विश्व कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।

लोकसभा स्पीकर ने कहा, "दिव्या देशमुख ने जॉर्जिया के बातुमी में आयोजित फिडे शतरंज महिला विश्व कप फाइनल में विजय प्राप्त की है। वह इस प्रतियोगिता को जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं। इसके साथ ही, वह भारत की चौथी महिला शतरंज ग्रैंड मास्टर भी बन गई हैं।"

19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने अपनी समकक्ष कोनेरू हंपी को टाईब्रेकर में हराकर खिताब अपने नाम किया। सभापति ने दोनों खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा, "दिव्या देशमुख ने फाइनल में अपनी भारतीय साथी कोनेरू हंपी को हराकर चैंपियन बनने का सम्मान प्राप्त किया। हमें गर्व है कि फाइनल में भी दोनों खिलाड़ी भारत के थे, यह हमारे लिए गर्व का विषय है।"

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा, "इस विश्व स्तरीय प्रतियोगिता के फाइनल में पहुँचने वाली दोनों भारतीय खिलाड़ियों का हम अभिनंदन करते हैं। इनकी उपलब्धियों से देशभर में खुशी का माहौल है। उनकी जीत से सभी भारतीयों, विशेषकर हमारे युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।"

'फिडे विमेंस वर्ल्ड कप' के इतिहास में यह पहला अवसर था जब भारत की दो खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुँचीं और फाइनल में भी पहुँचीं।

सोमवार को टाईब्रेकर की पहली बाजी में सफेद मोहरों से खेलते हुए दिव्या ने हंपी को ड्रॉ पर रोका, लेकिन दूसरी बाजी में काले मोहरों से खेलते हुए उन्होंने दो बार की विश्व रैपिड चैंपियन पर 2.5-1.5 से जीत हासिल की।

Point of View

यह स्पष्ट है कि दिव्या देशमुख की जीत ने न केवल खेल के क्षेत्र में, बल्कि पूरे देश में एक नई उम्मीद का संचार किया है। यह घटना भारतीय महिलाओं की शक्ति और सामर्थ्य को दर्शाती है। इसकी गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है, और हमारे युवा खिलाड़ियों के लिए यह प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है।
NationPress
13/12/2025

Frequently Asked Questions

दिव्या देशमुख ने कौन सा खिताब जीता?
दिव्या देशमुख ने फिडे विमेंस वर्ल्ड कप-2025 जीतकर विश्व चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया।
दिव्या देशमुख की उम्र क्या है?
दिव्या देशमुख 19 वर्ष की हैं।
क्या दिव्या देशमुख पहली भारतीय महिला हैं जो विश्व कप जीत चुकी हैं?
हां, दिव्या देशमुख शतरंज विश्व कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं।
दिव्या ने किन खिलाड़ियों को हराया?
दिव्या ने टाईब्रेकर में कोनेरू हंपी को हराया।
दिव्या की जीत का क्या महत्व है?
दिव्या की जीत ने पूरे देश में खुशी का माहौल बनाया है और यह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
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