क्या भारत की अंडर-20 टीम ने कजाकिस्तान के खिलाफ दोस्ताना मैच में ड्रॉ खेला?
सारांश
Key Takeaways
- भारत की अंडर-20 महिला टीम ने कजाकिस्तान में दो दोस्ताना मैच खेले।
- पहला मैच भारत ने 3-2 से जीता था।
- दूसरे मैच में भारत ने 1-1 से ड्रॉ खेला।
- ये मैच एएफसी अंडर-20 महिला एशियन कप 2026 की तैयारी में महत्वपूर्ण हैं।
- टीम की युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव मिला।
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की अंडर-20 महिला टीम ने मंगलवार को कजाकिस्तान अंडर-19 के खिलाफ दूसरे और अंतिम मैत्री मैच में 1-1 से ड्रॉ खेला। इस मुकाबले का आयोजन कजाकिस्तान के श्यामकेंट स्थित बीआईआईके स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुआ।
इस मुकाबले के दोनों गोल दूसरे हाफ में हुए। एडेलिया बेक्कोझिना ने मैच के 47वें मिनट में मेजबान टीम को बढ़त दिलाई, लेकिन 55वें मिनट में पूजा ने गोल के साथ भारत को बराबरी पर ला दिया।
एएफसी अंडर-20 महिला एशियन कप 2026 की तैयारी के तहत, यंग टाइग्रेसेस ने श्यामकेंट में कजाकिस्तान अंडर-19 के खिलाफ दो मैत्री मैच खेले। इससे पहले भारत ने शनिवार को खेले गए पहले मैत्री मैच को 3-2 से जीता था।
यह दोनों मैच कजाकिस्तान के प्रमुख फुटबॉल केंद्रों में से एक श्यामकेंट में खेले गए, जो अपनी आधुनिक सुविधाओं और प्रतिस्पर्धी माहौल के लिए जाना जाता है। इन खेलों ने भारतीय अंडर-20 टीम के लिए शानदार अनुभव प्रदान किया। यह टीम एशिया की उभरती फुटबॉल शक्तियों के बीच खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रही है।
इन मुकाबलों को अप्रैल 2026 में होने वाले आगामी एएफसी अंडर-20 महिला एशियन कप के लिए महत्वपूर्ण तैयारी के रूप में देखा जा रहा है, जहां भारत इस साल की शुरुआत में ऐतिहासिक क्वालिफिकेशन के बाद प्रतिस्पर्धा करेगा।
हेड कोच जोआकिम एलेक्जेंडरसन के मार्गदर्शन में यंग टाइग्रेसेस ने 23 अक्टूबर को कजाकिस्तान के लिए रवाना होने से पहले बेंगलुरु के पादुकोण-द्रविड़ सेंटर फॉर स्पोर्ट्स एक्सीलेंस में एक ट्रेनिंग सेशन में हिस्सा लिया। भारत के लिए, ये मैत्रीपूर्ण मैच युवा स्तर पर उनकी निरंतर प्रगति में एक और महत्वपूर्ण कदम साबित हुए।
अगस्त में म्यांमार पर एक नाटकीय जीत के बाद टीम ने 20 वर्षों में पहली बार एएफसी महिला एशियन कप के लिए क्वालीफाई किया। यह परिणाम राष्ट्रीय टीम की बढ़ती ताकत को दर्शाता है। इन अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों से प्राप्त अनुभव खिलाड़ियों के लिए बेशकीमती है, जिनमें से कई खिलाड़ियों ने पहली बार इन खेल परिस्थितियों का अनुभव किया है।