क्या शुभम खजूरिया का नाबाद शतक उत्तर क्षेत्र को मजबूती देगा?

सारांश
Key Takeaways
- शुभम खजूरिया का नाबाद शतक महत्वपूर्ण है।
- उत्तर क्षेत्र को अपनी स्थिति सुधारने की आवश्यकता है।
- दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाजों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा।
- गुरजपनीत सिंह ने दक्षिण क्षेत्र के लिए प्रभावी गेंदबाजी की।
- टीम की सामूहिक प्रयास ही जीत की कुंजी है।
बेंगलुरु, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बीसीसीआई के सीओई ग्राउंड 1 पर दक्षिण क्षेत्र और उत्तर क्षेत्र के बीच आयोजित दलीप ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल मुकाबले के तीसरे दिन, उत्तर क्षेत्र के शुभम खजूरिया ने नाबाद शतक जड़ा। फिर भी, तीसरे दिन स्टंप तक दक्षिण क्षेत्र के खिलाफ उत्तर क्षेत्र की स्थिति कमजोर नजर आ रही है।
तीसरे दिन स्टंप तक उत्तर क्षेत्र ने 5 विकेट के नुकसान पर 278 रन बना लिए थे। पारी की शुरुआत करते हुए शुभम खजूरिया ने शानदार शतक बनाया। 245 गेंदों पर 1 छक्का और 20 चौके की मदद से उन्होंने 128 रन बनाए और अभी भी क्रीज पर हैं। उन्हें निशांत सिंधु का अच्छा साथ मिला, जिन्होंने 148 गेंदों पर 82 रन की पारी खेली और चौथे विकेट के लिए शुभम के साथ 171 रन की साझेदारी की। आयुष बडोनी ने 40 रन बनाए, जबकि यश ढुल 14 रन बनाकर आउट हुए। शुभम के साथ क्रीज पर साहिल लोत्रा 1 रन बनाकर मौजूद हैं।
खजूरिया का यह प्रथम श्रेणी करियर का आठवां शतक है। वह जम्मू कश्मीर की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं।
उत्तर क्षेत्र की स्थिति बेहतर हो सकती थी यदि टीम ने दिन के आखिरी ओवरों में 272 के स्कोर पर बैक टू बैक दो विकेट न खोए होते। पहले चौथे विकेट के रूप में क्रीज पर सेट हो चुके बल्लेबाज सिंधु आउट हुए और इसी स्कोर पर पांचवें विकेट के रूप में कन्हैया वधावन भी बिना खाता खोले आउट हो गए।
दक्षिण क्षेत्र के लिए गुरजपनीत सिंह ने शानदार गेंदबाजी की है और उत्तर क्षेत्र के गिरे 5 में से 3 विकेट उन्होंने लिए हैं।
पहली पारी के आधार पर उत्तर क्षेत्र अब भी दक्षिण क्षेत्र से 258 रन पीछे है।
दक्षिण क्षेत्र ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नारायण जगदीसन के 197 रन की पारी की बदौलत 536 रन बनाए। देवदत्त पड्डिकल ने 57, रिकी भुई ने 54 और तनय त्यागराजन ने 58 रन की पारी खेली थी। उत्तर क्षेत्र के लिए निशांत सिंधु ने 5 विकेट लिए थे।