क्या ईडी ने रैना-धवन की 11.14 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की?
सारांश
Key Takeaways
- ईडी ने रैना और धवन की संपत्ति जब्त की है।
- यह कार्रवाई 'वनएक्सबेट' मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है।
- अन्य खिलाड़ियों को भी जांच का सामना करना पड़ सकता है।
- ईडी ने कई बैंकों के खातों को फ्रीज किया है।
- यह मामला भारतीय क्रिकेट की प्रतिष्ठा पर असर डाल सकता है।
नई दिल्ली, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों सुरेश रैना और शिखर धवन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। ईडी ने ‘वनएक्सबेट’ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इन खिलाड़ियों की 11.14 करोड़ रुपए की संपत्ति को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है।
ईडी द्वारा जब्त की गई संपत्ति में सुरेश रैना के नाम पर 6.64 करोड़ रुपए के म्यूचुअल फंड और शिखर धवन की 4.5 करोड़ रुपए की संपत्ति शामिल है।
जांच में यह सामने आया है कि दोनों खिलाड़ियों ने वनएक्सबेट के अवैध होने की जानकारी के बावजूद इसके प्रतिनिधियों को समर्थन दिया।
इसके साथ ही, एजेंसी ने 1 हजार करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग मामले का खुलासा किया है, जिसमें 6,000 से अधिक म्यूचुअल खाते और कई असत्यापित भुगतान गेटवे शामिल हैं।
अब तक, ईडी ने 4 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि और 60 बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। आगे की जांच जारी है।
ईडी के अनुसार, दोनों खिलाड़ियों ने वनएक्सबेट और इससे जुड़े अन्य ब्रांड्स का जानबूझकर प्रचार किया, जिससे भारत में अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा मिला। उन्होंने विदेशी कंपनियों के साथ प्रचार अनुबंध किए और उनका भुगतान विदेशी माध्यमों के जरिए किया। अवैध धन की असली पहचान भी छिपाई गई।
यह उल्लेखनीय है कि इस जांच में कई राज्यों की पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर में कंपनियों पर धोखाधड़ी, ऑनलाइन सट्टेबाजी और अवैध वित्तीय लेनदेन के आरोप लगाए गए थे। इसी आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया और जांच शुरू की, जिसमें विदेशी खातों से संबंधित दस्तावेज भी मिले।
वनएक्सबेट ने खेल प्रमोशन कॉन्ट्रैक्ट्स के माध्यम से भारत में खेल प्रेमियों तक अपनी पहुंच बनाई। अपनी ऐप के प्रचार के लिए इसने कई सेलिब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर्स को पैसे देकर प्रचार करवाया।