क्या गौतम गंभीर कोच बनकर असफल हो रहे हैं? मोंटी पनेसर ने बताई कमजोरी

सारांश
Key Takeaways
- गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम का प्रदर्शन कमजोर है।
- गेंदबाजी में सुधार की आवश्यकता है।
- मोंटी पनेसर की सलाह पर ध्यान देना होगा।
- बीसीसीआई को गंभीर की कोचिंग पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
- अगर भारत यह श्रृंखला हारता है, तो गंभीर के भविष्य पर सवाल उठेंगे।
नई दिल्ली, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद से भारतीय टीम को टेस्ट फॉर्मेट में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। इस कारण से, गंभीर की कोचिंग भूमिका पर कई सवाल उठने लगे हैं। इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने भी गंभीर की कोचिंग के बारे में गंभीर चिंताओं का इज़हार किया है और उनके असफलता का कारण गेंदबाजी में कमजोरी बताया है।
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की श्रृंखला का दूसरा मैच 2 जुलाई से बर्मिंघम में शुरू हो रहा है। पहले टेस्ट में भारतीय टीम को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। यह हार तब आई जब टेस्ट में भारत के 5 बल्लेबाजों ने शतक लगाए थे। 5 शतकों के बावजूद टेस्ट गंवाने वाली भारत पहली टीम बनी।
इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने भारत की हार के कारणों पर समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत की।
पनेसर ने कहा कि गौतम गंभीर में टीम इंडिया को एक अच्छी बल्लेबाजी इकाई बनाने की क्षमता है। उन्हें टीम को एक अच्छी गेंदबाजी इकाई में भी बदलना होगा। भारत ने 400 से अधिक रन बनाकर पहला टेस्ट गंवाया। यह टेस्ट भारत को जीतना चाहिए था। गंभीर को भारतीय टीम को एक अच्छी गेंदबाजी इकाई में बदलने की क्षमता दिखानी होगी। अन्यथा, प्रशंसक उनके पीछे पड़ जाएंगे।
पूर्व स्पिनर ने कहा कि गंभीर को यह सोचने की आवश्यकता है कि वह 20 विकेट निकाल सकने वाली टीम कैसे बनाएं। इंग्लैंड में उनकी सबसे बड़ी चुनौती यही है। यदि वह ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो मुझे लगता है कि बीसीसीआई धीरे-धीरे टेस्ट दर टेस्ट उनका आकलन करेगी और फिर यह सोचेगी कि श्रृंखला खत्म होने के बाद हमें क्या करना चाहिए।
मोंटी पनेसर ने कहा कि बर्मिंघम में खेली जाने वाली दूसरे टेस्ट की पिच टर्निंग पिच है। मुझे विश्वास है कि यह विकेट भारत के लिए मददगार होगा। भारतीय टीम को कुलदीप यादव या वाशिंगटन सुंदर में से किसी एक को खेलाना चाहिए। प्रसिद्ध कृष्णा छोटी गेंद फेंकते हैं, शायद उन्हें आराम दिया जाए। जसप्रीत बुमराह को भी आराम देने की बात चल रही है। सिराज और शार्दुल तेज गेंदबाज के रूप में खेल सकते हैं।
2024 टी20 विश्व कप के बाद गौतम गंभीर को राहुल द्रविड़ की जगह भारतीय टीम का हेड कोच बनाया गया था। टी20 में कोच के रूप में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। भारत ने उनकी कोचिंग में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भी जीती है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में गंभीर अब तक औसत रहे हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने अपनी जमीन पर पहली बार न्यूजीलैंड से 3-0 से टेस्ट श्रृंखला हारी, ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट मैचों की श्रृंखला 1-3 से हारी। इंग्लैंड में भी पहले टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा। यदि भारतीय टीम यह श्रृंखला हार जाती है, तो निश्चित रूप से गौतम गंभीर के बतौर टेस्ट कोच भविष्य पर बीसीसीआई विचार करेगी।