क्या पुडुचेरी 21 दिसंबर को 'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' की पहली वर्षगांठ मनाने जा रहा है?

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क्या पुडुचेरी 21 दिसंबर को 'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' की पहली वर्षगांठ मनाने जा रहा है?

सारांश

पुडुचेरी में 'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' की पहली वर्षगांठ का उत्सव 21 दिसंबर को होगा। इस समारोह में कई प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति रहेगी। यह आयोजन न केवल स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देता है, बल्कि साइकिलिंग को जन आंदोलन में बदल रहा है।

Key Takeaways

  • फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल का उद्देश्य स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है।
  • यह आंदोलन साइकिलिंग को एक जन आंदोलन बना चुका है।
  • इसमें सशस्त्र बल, डॉक्टर, पत्रकार और अन्य शामिल हैं।
  • लोग कार्बन क्रेडिट अर्जित कर सकते हैं।
  • यह फिटनेस के लिए महंगे उपकरणों की आवश्यकता को खारिज करता है।

नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुडुचेरी में 21 दिसंबर को 'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' की वर्षगांठ का भव्य उत्सव आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में उपराज्यपाल के. कैलाशनाथन, खेल रत्न पुरस्कार विजेता पीआर श्रीजेश, अभिनेत्री ऐश्वर्या, भारतीय जूनियर हॉकी पुरुष टीम के खिलाड़ियों सहित कई मान्यवर उपस्थित रहेंगे।

'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' की शुरुआत पिछले वर्ष दिसंबर में हुई थी। तब से इसके 50 से अधिक संस्करणों का आयोजन किया जा चुका है। इस पहल में सिर्फ एथलीट्स ही नहीं, बल्कि सशस्त्र बल, डॉक्टर, पत्रकार, डाकिया, युवा और वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हुए हैं। पिछले एक साल में आयुष्मान खुराना, ल्यूक कॉटिन्हो, मिकी मेहता और द ग्रेट खली जैसी कई मशहूर हस्तियों ने इस आंदोलन में भाग लिया।

'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' के तहत 5,000 से अधिक 'नमो फिट इंडिया साइक्लिंग क्लब' और लाखों लोग हर रविवार साइकिल चलाते हैं, जिन्होंने इस पहल को एक समुदाय के नेतृत्व वाली फिटनेस क्रांति बना दिया है।

पिछले एक वर्ष में 20 लाख से अधिक नागरिक और लगभग 1.63 लाख स्थान इस आंदोलन से जुड़े हैं। संडे ऑन साइकिल अब एक संस्कृति और जन आंदोलन बन चुका है, जहाँ फिटनेस एक आनंददायक और साझा अनुभव है।

इस पहल ने लोगों को यह संदेश दिया है कि फिटनेस के लिए महंगे उपकरणों की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि इरादे और निरंतरता की जरूरत होती है। यह सिखाती है कि जब छोटे-छोटे परिवर्तन नियमित रूप से अपनाए जाते हैं, तो कार्बन बचत और दीर्घकालिक पर्यावरणीय लाभ प्राप्त होता है।

साइकिलिंग लोगों को उनके पड़ोस, शहरों और प्रकृति से जोड़ती है। इस आंदोलन के जरिए 'फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज' का संदेश फैलाया गया है।

जब लोग स्वेच्छा से स्वस्थ आदतें अपनाते हैं, तो जनभागीदारी से अधिक सशक्त कोई नीति नहीं होती। 'फिट इंडिया ऐप' के माध्यम से लोग अपनी फिटनेस गतिविधियों के जरिए कार्बन क्रेडिट अर्जित करेंगे और इन्हीं कार्बन क्रेडिट के आधार पर उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।

Point of View

मेरा मानना है कि 'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' जैसे आयोजन केवल एक स्वस्थ आदत को बढ़ावा नहीं देते, बल्कि समाज में सामूहिक भागीदारी को भी प्रोत्साहित करते हैं। यह न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देता है, बल्कि लोगों को एकजुट करने का भी कार्य करता है। इस प्रकार के आंदोलन हमारे देश को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने में सहायक होते हैं।
NationPress
19/12/2025

Frequently Asked Questions

फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल क्या है?
यह एक पहल है जो हर रविवार साइकिलिंग को प्रोत्साहित करती है और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देती है।
इस वर्षगांठ में कौन-कौन से प्रमुख हस्तियाँ शामिल होंगी?
इस वर्षगांठ में उपराज्यपाल के. कैलाशनाथन, पीआर श्रीजेश, और कई अन्य गणमान्य अतिथि शामिल होंगे।
इस पहल का उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य लोगों को साइकिलिंग के माध्यम से फिटनेस के प्रति जागरूक करना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
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