क्या सौरव गांगुली ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में साहसिक खेल दिखाने के लिए पंत की सराहना की?

सारांश
Key Takeaways
- ऋषभ पंत का प्रदर्शन प्रेरणादायक है।
- गांगुली ने पंत की साहसिकता की सराहना की।
- भारत ने 140 से अधिक ओवर बल्लेबाजी करके मैच ड्रॉ कराया।
- पंत की चोट के बावजूद उनकी वापसी प्रशंसनीय रही।
- टीम के ऑलराउंडर्स ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इंग्लैंड में चल रही टेस्ट सीरीज में ऋषभ पंत के अद्भुत और साहसिक प्रदर्शन की सराहना की। हालांकि, 27 वर्षीय पंत पैर में फ्रैक्चर के कारण अंतिम निर्णायक टेस्ट से बाहर हो गए हैं।
इस दौरे पर पंत ने भारत के सबसे उत्कृष्ट खिलाड़ियों में से एक के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने सात पारियों में 479 रन बनाए, जिसमें हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में दो शतक और लॉर्ड्स टेस्ट में चोट के बावजूद 74 रनों की साहसी पारी शामिल है। उनकी फॉर्म और दृढ़ता भारत के अभियान की महत्वपूर्ण विशेषता बन गई, क्योंकि उन्होंने पांच मैचों की सीरीज बराबर करने के लिए संघर्ष किया, जिसमें वर्तमान में इंग्लैंड 2-1 से आगे है।
गांगुली ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "वह एक बहुत अच्छा टेस्ट खिलाड़ी है। वह चोटिल है और उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया है; उसे ठीक होने में समय लगेगा। उसने सीरीज में शानदार बल्लेबाजी की है।"
पंत को चौथे टेस्ट की भारत की पहली पारी के दौरान चोट लगी थी, जब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की एक खतरनाक यॉर्कर उनके पैर में लगी थी। गेंद उनके बल्ले से टकराकर उनके बूट में जा लगी, जिससे फ्रैक्चर हो गया और उन्हें रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अगले दिन वापसी करते हुए परेशानी में होने के बावजूद 54 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली।
गांगुली ने टीम के प्रयासों की भी सराहना की, जहां भारत ने 140 से ज्यादा ओवर तक बल्लेबाजी करके मैच ड्रॉ कराया। गांगुली ने दोनों ऑलराउंडरों के मैच बचाने वाले शतकों का जिक्र करते हुए कहा, "भारत ने अच्छा क्रिकेट खेला और 140 से ज्यादा ओवर तक बल्लेबाजी करने के बाद टेस्ट मैच बचा लिया। रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने वाकई बेहतरीन प्रदर्शन किया।"