क्या गौतम गंभीर और पिच क्यूरेटर के बीच 'द ओवल' टेस्ट से पहले बहस हुई?

सारांश
Key Takeaways
- गौतम गंभीर और ली फोर्टिस के बीच तीखी बहस हुई।
- भारतीय टीम 'द ओवल' टेस्ट की तैयारी कर रही है।
- भारत ने दूसरा टेस्ट जीता था जबकि चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा।
लंदन, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत-इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का पांचवां और अंतिम टेस्ट 31 जुलाई से 'द ओवल' में आरंभ हो रहा है। यह टेस्ट दोनों टीमों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारतीय टीम जीत हासिल कर सीरीज को ड्रॉ कराने का प्रयास करेगी, जबकि इंग्लैंड जीत या ड्रॉ के साथ सीरीज अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी। इस कारण दोनों टीमों के खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ में उत्साह का माहौल है। भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं।
भारतीय टीम 'द ओवल' टेस्ट की तैयारी के लिए मंगलवार को नेट्स में प्रेक्टिस कर रही थी। इस दौरान गौतम गंभीर भी उपस्थित थे। गंभीर की ओवल के पिच क्यूरेटर ली फोर्टिस के साथ तीखी बहस हो गई।
गंभीर और ली फोर्टिस के बीच बहस तेजी से बढ़ गई, जिसके बाद भारत के बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक ने बीच में हस्तक्षेप किया। कोटक ने फोर्टिस को दूर किया, लेकिन गंभीर ने दूर होने के बाद भी बात करना जारी रखा।
नेट्स पर हुए विवाद के बावजूद, गंभीर ने आगामी कार्यों पर ध्यान केंद्रित रखा। विवाद का वास्तविक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है।
भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट से ही तनाव का माहौल देखने को मिल रहा है। तीसरे टेस्ट में शुभमन गिल ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों जैक क्रॉली और बेन डकेट के दूसरी पारी में लगभग 90 सेकंड की देरी से पहुंचने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी।
मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट में विवाद ने चरम पर पहुंच गया। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मैच का ड्रॉ होना तय समझकर खेल को जल्दी समाप्त करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन, रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने इससे मना कर दिया क्योंकि वे दोनों अपने शतक के बेहद करीब थे। उनका यह निर्णय बेन स्टोक्स और उनके साथियों को पसंद नहीं आया और मैदान पर चर्चा छिड़ गई।
भारतीय टीम मैनचेस्टर में रोमांचक ड्रॉ के बाद सोमवार को लंदन पहुंची और भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में शामिल हुई।
भारतीय उच्चायोग में आयोजित समारोह में गौतम गंभीर ने कहा, "दुनिया के इस हिस्से का दौरा करना हमेशा रोमांचक और चुनौतीपूर्ण होता है क्योंकि दोनों देशों के बीच का इतिहास कभी नहीं भुलाया जा सकता।"
पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में पहले और तीसरे टेस्ट को जीतकर इंग्लैंड 2-1 से आगे है। भारत ने दूसरे टेस्ट में जीत दर्ज की थी जबकि चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा था।