क्या ग्रेटर नोएडा में 14 नवंबर से विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल शुरू होगा?

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क्या ग्रेटर नोएडा में 14 नवंबर से विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल शुरू होगा?

सारांश

ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 14 से 21 नवंबर तक विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल 2025 का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इसमें दुनिया के शीर्ष मुक्केबाज अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। जानिए इस आयोजन की खास बातें।

Key Takeaways

  • विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल 2025 का आयोजन ग्रेटर नोएडा में होगा।
  • दुनिया के श्रेष्ठ मुक्केबाज भाग लेंगे।
  • 10 विभिन्न भार वर्गों में प्रतिस्पर्धा होगी।
  • यह आयोजन भारतीय मुक्केबाजी के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है।
  • भारतीय मुक्केबाजों के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 14 से 21 नवंबर तक विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल 2025 का आयोजन होने जा रहा है। इस प्रतियोगिता में दुनिया के श्रेष्ठ मुक्केबाज अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

यह आयोजन भारत में पहली बार हो रहा है, जिसमें 2025 में विभिन्न चरणों में विजेता बने शीर्ष मुक्केबाज विश्व मुक्केबाजी कप ट्रॉफी के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। महिला और पुरुष मुक्केबाजों के लिए 10 भार वर्ग में प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी।

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, "विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल की मेज़बानी यह दर्शाती है कि भारतीय मुक्केबाजी न केवल प्रदर्शन के मामले में, बल्कि विश्व स्तरीय आयोजनों को आयोजित करने की क्षमता में भी प्रगति कर चुकी है। भारत 2030 में राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी करेगा और 2036 में ओलंपिक की मेज़बानी की आकांक्षा रखता है, यह उस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।"

उन्होंने कहा, "पिछले कुछ वर्षों में, हमने ऐसी प्रणालियाँ विकसित की हैं जिनसे लगातार अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता तैयार होते रहे हैं, और यह टूर्नामेंट हमें अपनी धरती पर उस प्रगति को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। यह हमारे और हमारे मुक्केबाजों दोनों के लिए एक निर्णायक क्षण है।"

2024 के संस्करण की सफलता के आधार पर—जिसमें इंग्लैंड, अमेरिका और मंगोलिया में चरण आयोजित किए गए थे—भारत इस वर्ष के फाइनल में चार स्वर्ण, छह रजत और सात कांस्य सहित 17 पदकों के साथ वैश्विक पदक तालिका में शीर्ष पांच में स्थान पर है।

2025 विश्व मुक्केबाजी कप का पहला चरण ब्राजील के फोज डू इगुआकु में आयोजित हुआ, जहाँ भारतीय पुरुष दल ने छह पदक जीते, जिनमें से सबसे खास 70 किग्रा वर्ग में हितेश गुलिया का स्वर्ण पदक रहा। अभिनाश जामवाल (65 किग्रा) ने रजत पदक जीता, जबकि जदुमणि सिंह (50 किग्रा), मनीष राठौर (55 किग्रा), सचिन सिवाच (60 किग्रा), और विशाल (90 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते।

इस कप का दूसरा चरण पोलैंड में आयोजित किया गया, जबकि तीसरा चरण कजाकिस्तान के अस्ताना में हुआ, जहाँ भारत की शीर्ष राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया। साक्षी चौधरी (54 किग्रा), जैस्मीन लैम्बोरिया (57 किग्रा), और नुपुर श्योराण (80+ किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीतकर तहलका मचा दिया, जबकि अनुभवी पूजा रानी (80 किग्रा) और उभरती हुई स्टार मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा) ने रजत पदक जीता। संजू खत्री (60 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता।

पुरुष वर्ग में, हितेश और अभिनाश ने विश्व मुक्केबाजी कप में रजत पदक जीता। जुगनू अहलावत ने रजत पदक के साथ पोडियम स्थान हासिल किया। निखिल दुबे (75 किग्रा) और नरेंद्र बेरवाल (90+ किग्रा) ने एक-एक कांस्य पदक जीता।

ग्रेटर नोएडा में आयोजित हो रहे विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल में भारतीय मुक्केबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

Point of View

मेरा मानना है कि विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल का आयोजन भारत की बढ़ती खेल संस्कृति का एक सशक्त प्रतीक है। यह न केवल हमारे खिलाड़ियों के लिए एक अवसर है, बल्कि भारतीय खेलों की विश्व स्तर पर पहचान बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
NationPress
16/10/2025

Frequently Asked Questions

विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल कब और कहाँ आयोजित होगा?
यह आयोजन 14 से 21 नवंबर 2025 तक ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में होगा।
इस प्रतियोगिता में कौन-कौन से मुक्केबाज भाग लेंगे?
इसमें दुनिया के शीर्ष पुरुष और महिला मुक्केबाज भाग लेंगे, जो 10 विभिन्न भार वर्गों में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
भारत में इस आयोजन का महत्व क्या है?
यह आयोजन भारतीय मुक्केबाजी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और भारत की खेल संस्कृति को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने में मदद करेगा।
क्या भारतीय मुक्केबाजों की सफलता की उम्मीद है?
हाँ, भारतीय मुक्केबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है, विशेषकर पिछले सफलताओं के आधार पर।
इस आयोजन का उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य विश्व स्तर पर भारतीय मुक्केबाजी की पहचान को मजबूत करना और नए प्रतिभागियों को प्रेरित करना है।