क्या कांग्रेस सरकार में आतंकी हमलों पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का सोशल मीडिया पर पोस्ट विवादित रहा।
- तुहिन सिन्हा ने इसे बेतुका बताया।
- कांग्रेस शासनकाल में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की कमी।
- दुर्गापुर गैंगरेप मामले में मुख्यमंत्री की कार्रवाई में देरी।
- राजनीतिक आरोपों में संघ का जिक्र।
कोलकाता, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता तुहिन सिन्हा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सोशल मीडिया पोस्ट पर कड़ा जवाब देते हुए कहा कि वे पंद्रह दिन तक गायब रहने के बाद अचानक देश में हंगामा खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इसे एक बेतुका और अर्थहीन पोस्ट करार दिया।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में तुहिन सिन्हा ने कहा कि राहुल गांधी का अचानक गायब होना और फिर हलचल पैदा करने की कोशिश करने का यह तरीका उन्हें अपनी पार्टी के इतिहास पर विचार करने के लिए मजबूर करता है। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल की आलोचना करते हुए कहा कि 2004 से 2008 तक जब बड़े आतंकी हमले हुए, तो पाकिस्तान के खिलाफ कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाए गए? यह ट्वीट उन्होंने इस लिए किया है क्योंकि बिहार में इंडिया गठबंधन की हार निश्चित है।
उन्होंने इंडिया ब्लॉक गठबंधन को ‘अवसरवादी गठबंधन’ बताते हुए कहा कि यह एक राज्य में किसी चीज का विरोध करता है और दूसरे में उसी का समर्थन करता है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले तीन महीनों में एसआईआर से जुड़े सभी पहलुओं का गहन अध्ययन किया है और इसे पूरी तरह से संवैधानिक और वैध ठहराया है। राहुल गांधी की वोट चोरी का भ्रम फैलाना उनकी हारी हुई मानसिकता को दर्शाता है। विपक्ष को असल मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहिए।
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर गैंगरेप मामले पर सिन्हा ने कहा कि वहां की मुख्यमंत्री एक्शन लेने में देरी करती हैं और कई मुद्दों पर बात करती हैं। उन्होंने कहा कि लड़कियों को बाहर नहीं निकलना चाहिए, यह अपराधियों को संरक्षण देने जैसा है। मामले की एसआईटी से जांच होनी चाहिए और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
कांग्रेस नेता प्रियंक खड़गे के संघ को लेकर दिए बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस की एकमात्र समस्या संघ है, जो राष्ट्रहित में कार्य करता है, जबकि कांग्रेस राष्ट्र के विरोध में। खड़गे का नोटिस हम विरोध करते हैं। संघ पर बैन लगाने की कोशिशें कभी सफल नहीं हो पाएंगी। बिना मतलब की धमकियां देना बंद करें।