क्या हरमनप्रीत कौर और मंधाना का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रिकॉर्ड भारत को चैंपियन बना सकता है?
सारांश
Key Takeaways
- हरमनप्रीत कौर का अनुभव महत्वपूर्ण है।
- स्मृति मंधाना की शुरुआत से टीम को फायदा होता है।
- फाइनल मैच में दोनों खिलाड़ियों की भूमिका अहम होगी।
- भारत पहली बार विश्व चैंपियन बनने की उम्मीद में है।
- दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता।
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महिला विश्व कप 2025 अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। रविवार को डीवाई पाटिल क्रिकेट स्टेडियम, नवी मुंबई में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच फाइनल मुकाबला होने वाला है। भारतीय टीम के प्रबंधन और प्रशंसकों की निगाहें कप्तान हरमनप्रीत कौर और सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना पर टिकी रहेंगी। इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में असाधारण रिकॉर्ड रहा है।
सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने 2014 से 2025 के बीच दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच खेले गए वनडे मैचों में 19 पारियों में 1 बार नाबाद रहते हुए 3 शतक और 5 अर्धशतक बनाते हुए कुल 929 रन बनाए हैं। उनका औसत 51.61 और सर्वोच्च स्कोर 136 है।
हरमनप्रीत कौर ने भी इसी समयावधि में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 27 मैच खेले हैं। 24 पारियों में 8 बार नाबाद रहते हुए, उन्होंने 50.68 की औसत से 811 रन बनाए हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 103 है। इस प्रकार, कौर दोनों टीमों के बीच वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं।
स्मृति मंधाना भारतीय पारी की शुरुआत करती हैं और तेज एवं मजबूत प्रारंभ देती हैं। मंधाना का शीर्ष क्रम में रन बनाना मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर से दबाव को कम करता है। वहीं, हरमनप्रीत कौर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए न केवल मध्यक्रम को संभालती हैं, बल्कि निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाती हैं। यदि ये दोनों खिलाड़ी फाइनल में अपनी पूरी क्षमता के साथ खेलती हैं, तो भारत को पहली बार चैंपियन बना सकती हैं।
हरमन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में दबाव की स्थिति में 89 रन की शानदार पारी खेली थी।