क्या इस्लामाबाद में हुए धमाके के कारण श्रीलंकाई खिलाड़ी स्वदेश लौट गए?
सारांश
Key Takeaways
- इस्लामाबाद में हुए धमाके ने 12 लोगों की जान ली।
- श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने सुरक्षा कारणों से स्वदेश लौटने का निर्णय लिया।
- दूसरा वनडे रद्द किया गया है।
- 2009 की आतंकी घटना की याद ताजा हो गई।
- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की संभावनाएं खतरे में हैं।
इस्लामाबाद, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच 3 वनडे मैचों की श्रृंखला का दूसरा वनडे रद्द कर दिया गया है। इसकी मुख्य वजह राजधानी इस्लामाबाद में हुआ एक भयानक धमाका है, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हुए हैं। इस बम धमाके के बाद श्रीलंकाई टीम में दहशत का माहौल है। सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर, श्रीलंका के 8 खिलाड़ियों ने गुरुवार को स्वदेश लौटने का निर्णय लिया। रावलपिंडी में होने वाले इस श्रृंखला के दूसरे वनडे को रद्द कर दिया गया है।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सूत्रों के अनुसार, "खिलाड़ियों ने रावलपिंडी और इस्लामाबाद के निकटता को ध्यान में रखते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की और वापस लौटने की इच्छा जताई। स्वदेश लौटने वाले खिलाड़ियों की जगह अन्य खिलाड़ियों को पाकिस्तान भेजा जाएगा ताकि श्रृंखला के शेष मैच खेले जा सकें।"
इस्लामाबाद में हुए हमले ने श्रीलंका क्रिकेट टीम को 2009 की उस आतंकी घटना की याद दिला दी है, जब लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम के बाहर उनकी बस पर हमला हुआ था। उस हमले में कप्तान महेला जयवर्धने, अजंथा मेंडिस और चमिंडा वास जैसे कई खिलाड़ी घायल हुए थे, जबकि कई पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी भी मारे गए थे। उस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान क्रिकेट की स्थिति बेहद गंभीर हो गई थी और अगले 10 वर्षों तक किसी भी विदेशी टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया। 2019 में श्रीलंका ने ही पहली बार पाकिस्तान का दौरा किया और विदेशी टीमों के लिए रास्ता खोला था। लेकिन, ताजा हमले ने एक बार फिर से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आयोजन पर सवाल उठा दिए हैं।
पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच चल रही 3 वनडे मैचों की श्रृंखला के बाद त्रिकोणीय टी20 श्रृंखला का आयोजन होना है, जिसमें श्रीलंका और पाकिस्तान के अलावा तीसरी टीम जिम्बाब्वे है। इस्लामाबाद में हुए हमले के बाद त्रिकोणीय टी20 श्रृंखला के रद्द होने का खतरा बढ़ गया है।