क्या एनसी क्लासिक 2025 में 90 मीटर थ्रो संभव है: जूलियस येगो का बयान?

सारांश
Key Takeaways
- 90 मीटर थ्रो की संभावना पर चर्चा।
- प्रतियोगिता में सुपरस्टार एथलीटों की भागीदारी।
- स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना आवश्यक है।
- भारत में भाला फेंक का विकास।
- नीरज चोपड़ा क्लासिक की महत्वता।
बेंगलुरु, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। 2016 ओलंपिक के रजत पदक विजेता केन्या के जूलियस येगो ने नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025 में भाग लेते हुए कहा है कि इस टूर्नामेंट में 90 मीटर का थ्रो करना संभव है। उन्होंने ग्रेनेडियन एथलीट एंडरसन पीटर्स समेत कई प्रमुख एथलीटों के प्रतियोगिता से हटने पर निराशा व्यक्त की।
दो बार के विश्व चैंपियन पीटर्स को कुछ दिन पहले टखने की चोट के कारण प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। उनकी जगह पोलैंड के साइप्रियन मिर्जिगलोद को टीम में शामिल किया गया है।
पीटर्स के हटने से एक दिन पहले भारत के एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता किशोर जेना भी चोट के कारण प्रतियोगिता से बाहर हो गए। उनके साथी यश वीर सिंह ने जेना की जगह ली।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में येगो ने कहा, "यह दुखद है कि पीटर्स हमारे साथ नहीं हैं। वह हमारे अच्छे मित्र हैं। हम वास्तव में चाहते थे कि वह प्रतिस्पर्धा करें। लेकिन स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है। मैं उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं ताकि वह और मजबूत होकर वापसी करें। हमने इस खेल को बहुत दिलचस्प बना दिया है।"
प्रतियोगिता की गुणवत्ता को लेकर उत्साहित येगो ने कहा, "यहां उपस्थित सभी एथलीट बहुत प्रतिभाशाली हैं। थॉमस रोहलर और नीरज ने 90 मीटर फेंका है। अन्य एथलीट भी 84 मीटर या 85 मीटर फेंक चुके हैं। वे 90 मीटर भी फेंक सकते हैं।"
येगो ने यूट्यूब वीडियो देखकर भाला फेंक की मूल जानकारी प्राप्त की है। वह अफ्रीका में भाला फेंक खेल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनका मानना है कि 'नीरज चोपड़ा क्लासिक' भारत में जैवलिन को लोकप्रिय बनाने में मदद करेगा।
विश्व एथलेटिक्स द्वारा स्वीकृत गोल्ड लेवल मीट के रूप में, नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025 भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय भाला फेंक प्रतियोगिता बन गई है। इस आयोजन को आधिकारिक तौर पर भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) द्वारा मान्यता प्राप्त है।