क्या भारतीय महिला हॉकी टीम ने जूनियर विश्व कप में स्पेन से हारकर 10वां स्थान पाया?
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय टीम ने विश्व कप में 10वां स्थान पाया।
- कनिका सिवाच का एकमात्र गोल भारतीय टीम का सम्मान बचाने वाला था।
- स्पेन ने द्वितीय क्वार्टर में अपनी बढ़त बनाई।
- वीडियो रेफरल के कारण भारत का एक गोल रद्द हुआ।
- भारत ने मैच के अंत तक संघर्ष किया।
सैंटियागो, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला हॉकी टीम को जूनियर हॉकी विश्व कप के मुकाबले में स्पेन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस हार के परिणामस्वरूप, भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में 10वें स्थान पर अपनी स्थिति बनाई।
भारतीय टीम को 2-1 से हार मिली। इस मैच में भारत का एकमात्र गोल कनिका सिवाच (41') द्वारा किया गया। वहीं, स्पेन की ओर से नतालिया विलानोवा (16') और एस्थर कैनालेस (36') ने गोल किए।
पहला क्वार्टर काफी रोमांचक रहा। दोनों ही टीमों ने गोल करने के प्रयास किए, लेकिन सफल नहीं हो सकीं। 14वें मिनट में, स्पेन को मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे निधि ने रोका।
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में स्पेन ने आक्रामक खेल दिखाया। सारा कार्मोना रामोस ने सर्कल के चारों ओर ड्रिबल करते हुए नतालिया विलानोवा (16') को गोल करने का एक बेहतरीन पास दिया, जिससे स्पेन को 1-0 की बढ़त मिली। कुछ समय बाद, भारत को भी मौके मिले, लेकिन वे गोल में बदलने में असफल रहे।
36वें मिनट में, भारत की सोनम ने एक पास को गोल में बदला, लेकिन स्पेन ने वीडियो रेफरल किया, जो सफल रहा। रेफरी ने एक बैक स्टिक देखी और गोल को रद्द कर दिया। इसी मिनट में, स्पेन की एस्थर कैनालेस ने एक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्पेन की बढ़त को 2-0 कर दिया। 41वें मिनट में, भारत को लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले। कनिका सिवाच (41') ने अपने स्ट्राइक से स्पेनिश गोलकीपर को छकाते हुए भारत का पहला गोल किया।
आखिरी क्वार्टर में भारत ने तेजी दिखाई और गोल के मौके बनाने की कोशिश की, लेकिन अंत तक स्पेन के खिलाफ उनकी कोशिशें सफल नहीं हो सकीं। अंततः स्पेन ने मैच को 2-1 से जीत लिया।