क्या कर्नाटक के राज्यपाल ने विमेंस ब्लाइंड टी20 वर्ल्ड कप विजेताओं को सम्मानित किया?
सारांश
Key Takeaways
- राज्यपाल का सम्मान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करता है।
- महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने का प्रयास।
- विमेंस ब्लाइंड टी20 वर्ल्ड कप की सफलता का जश्न।
- डॉ. महंतेश का योगदान ब्लाइंड क्रिकेट में उल्लेखनीय है।
- भारत की जीत ने खेल में नई ऊँचाइयों को छुआ।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने बुधवार को विमेंस ब्लाइंड टी20 वर्ल्ड कप में खिताब जीतने वाली खिलाड़ियों से भेंट की। इस दौरान गहलोत ने राज्य की तीन महिला क्रिकेटर्स दीपिका टीसी (कप्तान), काव्या वी. और काव्या एनआर को सम्मानित किया। इसके साथ ही राज्यपाल ने खिलाड़ियों को 51,000 रुपये का नकद पुरस्कार भी प्रदान किया।
इस अवसर पर समर्थनम ट्रस्ट फॉर द डिसेबल्ड के संस्थापक और क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इन इंडिया (सीएबीआई) के अध्यक्ष डॉ. महंतेश जी. किवडासन्नवर को भी सम्मानित किया गया। उनके दूरदर्शी दृष्टिकोण ने भारत में ब्लाइंड क्रिकेट के लिए एक स्थायी मंच बनाने और खेल में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में, सीएबीआई ने सफलतापूर्वक विमेंस ब्लाइंड टी20 वर्ल्ड कप क्रिकेट की मेजबानी की, जिसमें छह प्रतिभागी देशों ने भाग लिया।
इससे पहले महिला टीम को भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, केंद्रीय खेल मंत्री, कई केंद्रीय मंत्रियों, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा के मुख्यमंत्री, आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सहित अन्य प्रतिष्ठित नेताओं द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत लंबे समय से समर्थनम ट्रस्ट फॉर द डिसेबल्ड के समर्थक रहे हैं। वह दिव्यांगजनों के लिए समावेशन, सशक्तिकरण और समान अवसर को बढ़ावा देने वाली पहलों से गहराई से जुड़े रहे हैं। उनका प्रोत्साहन और निरंतर सहभागिता समावेशी खेलों और नेतृत्व विकास के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है।
भारत ने 23 नवंबर को कोलंबो में खेले गए खिताबी मैच में नेपाल की टीम को निर्धारित ओवरों में 114/5 के स्कोर पर रोका। इसके जवाब में टीम इंडिया ने महज 12.1 ओवरों में 7 विकेट शेष रहते खिताब अपने नाम किया।
इस टूर्नामेंट में भारत अजेय रहा, जिसने श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, यूएसए, पाकिस्तान को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। भारत ने नेपाल के अलावा, ऑस्ट्रेलिया को 2-2 बार मात दी।