क्या मैनुअल फ्रेडरिक केरल के पहले ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी हैं?

Click to start listening
क्या मैनुअल फ्रेडरिक केरल के पहले ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी हैं?

सारांश

मैनुअल फ्रेडरिक, केरल के पहले ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी हैं। उनका जीवन संघर्ष और सफलता की कहानी है। जानें उनकी यात्रा और इस अद्भुत खिलाड़ी की उपलब्धियों के बारे में।

Key Takeaways

  • मैनुअल फ्रेडरिक का जन्म 20 अक्टूबर 1947 को हुआ था।
  • फ्रेडरिक ने 1972 में ओलंपिक में कांस्य पदक जीता।
  • हॉकी से संन्यास के बाद भी उन्होंने खेल को नहीं छोड़ा।
  • सुप्रिया जाटव ने कराटे में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का नाम रोशन किया।
  • सुप्रिया महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कार्यशालाएं आयोजित करती हैं।

नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पीआर श्रीजेश ने हाल के वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारतीय हॉकी टीम की सफलता में एक प्रमुख गोलकीपर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे केरल से हैं। श्रीजेश से पहले, मैनुअल फ्रेडरिक ने भारतीय हॉकी टीम में गोलकीपर के रूप में अपनी पहचान बनाई और वे ओलंपिक में पदक जीतने वाली टीम के सदस्य रहे।

मैनुअल फ्रेडरिक का जन्म 20 अक्टूबर 1947 को केरल के कन्नूर के बर्नसेरी में हुआ था। उन्होंने 11 साल की उम्र से हॉकी खेलना प्रारंभ किया। हॉकी के प्रति उनके गहरे प्रेम ने उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने के उनके सपने को साकार किया। फ्रेडरिक ने दो विश्व कप में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। 1960 और 1970 के दशक में वे भारतीय हॉकी टीम का एक महत्वपूर्ण चेहरा रहे। वे 1972 में म्यूनिख ओलंपिक में भारतीय टीम का हिस्सा थे, जहां टीम ने कांस्य पदक जीता। फ्रेडरिक केरल के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक में पदक जीता।

हॉकी से संन्यास लेने के बाद, फ्रेडरिक को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्हें बेंगलुरु में किराए के मकान में रहना पड़ा। लेकिन इसके बावजूद, उन्होंने हॉकी को नहीं छोड़ा। 78 वर्ष की उम्र में भी वे सक्रिय हैं और युवा हॉकी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हैं। 2019 में, उन्हें युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा हॉकी में आजीवन सक्रियता के लिए ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

20 अक्टूबर को सुप्रिया जाटव का भी जन्मदिन होता है। सुप्रिया एक प्रतिभाशाली कराटे खिलाड़ी हैं, जिनका जन्म 20 अक्टूबर 1991 को हुआ था। उनके पिता, अमर सिंह जाटव, सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, जिन्होंने उन्हें खेल के प्रति प्रोत्साहित किया। छह साल की उम्र में उन्होंने कराटे का प्रशिक्षण शुरू किया और अपने पिता के मार्गदर्शन में आगे बढ़ीं। बाद में, उन्होंने जयदेव शर्मा की कोचिंग में कुमिते 55 किग्रा वर्ग में विशेषता हासिल की। वह मध्य प्रदेश कराटे अकादमी की प्रमुख खिलाड़ी रही हैं।

2020 में प्रेसिडेंट कप सीनियर नेशनल कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। 2022 में अमेरिका के लास वेगास में आयोजित यूएस ओपन कराटे चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड जीता। उन्होंने अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी भारत का नाम रोशन किया है।

सुप्रिया युवा कराटे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनका मानना है कि कराटे केवल एक खेल नहीं, बल्कि जीवन का एक दर्शन है। यह आत्मरक्षा, एकाग्रता और आत्मविश्वास सिखाता है। सुप्रिया महिलाओं के लिए कार्यशालाएं आयोजित करती हैं और उन्हें सशक्त बनाने का कार्य कर रही हैं।

Point of View

बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक बदलाव लाने के प्रतीक हैं। राष्ट्रीय एकता और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

मैनुअल फ्रेडरिक का जन्म कब हुआ?
मैनुअल फ्रेडरिक का जन्म 20 अक्टूबर 1947 को हुआ था।
फ्रेडरिक ने ओलंपिक में कौन सा पदक जीता?
फ्रेडरिक 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य थे।
सुप्रिया जाटव कौन हैं?
सुप्रिया जाटव एक प्रतिभाशाली कराटे खिलाड़ी हैं, जो 20 अक्टूबर 1991 को जन्मी थीं।
सुप्रिया ने कब स्वर्ण पदक जीता?
सुप्रिया ने 2020 में प्रेसिडेंट कप सीनियर नेशनल कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
फ्रेडरिक ने हॉकी से संन्यास के बाद क्या किया?
फ्रेडरिक ने हॉकी से संन्यास लेने के बाद भी खेल को नहीं छोड़ा और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया।
Nation Press