क्या कोलकाता में लियोनल मेसी के मामले में डीजीपी और अन्य अधिकारियों ने कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया?

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क्या कोलकाता में लियोनल मेसी के मामले में डीजीपी और अन्य अधिकारियों ने कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया?

सारांश

लियोनल मेसी के कोलकाता इवेंट के दौरान हुए कुप्रबंधन ने राज्य के अधिकारियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। जानिए क्या कार्रवाई की गई और किस तरह से स्थिति को संभाला गया।

Key Takeaways

  • लियोनल मेसी का इवेंट कोलकाता में हुआ था।
  • इवेंट में प्रशासनिक विफलता का सामना करना पड़ा।
  • राज्य ने उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया।
  • कई अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।
  • घटना के बाद अरूप बिस्वास ने इस्तीफा दिया।

कोलकाता, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। साल्ट लेक स्टेडियम में महान फुटबॉलर लियोनल मेसी के कार्यक्रम के दौरान हुए प्रबंधन में खामियों को लेकर राज्य के पुलिस प्रमुख और दो अन्य वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के साथ एक उच्च सरकारी अधिकारी ने पश्चिम बंगाल सरकार के कारण बताओ नोटिस का उत्तर दिया।

इसमें शामिल पुलिस डायरेक्टर जनरल राजीव कुमार, बिधाननगर पुलिस कमिश्नर मुकेश कुमार और खेल मंत्रालय के मुख्य सचिव राजेश कुमार सिन्हा ने 24 घंटे की समय सीमा के भीतर अपना जवाब प्रस्तुत किया।

एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश असीम कुमार रॉय की अध्यक्षता में बनी जांच समिति ने 13 दिसंबर को मेसी के इवेंट के दौरान प्रशासनिक विफलता और तालमेल की कमी की बात करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। हालांकि, जवाब की जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाई है।

इस समिति के नतीजों के आधार पर राज्य सरकार ने कई आईपीएस और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई शुरू की। डीजीपी राजीव कुमार और मुकेश कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, जबकि युवा भारती क्रीड़ांगन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को उनके पद से हटा दिया गया। राज्य ने इस घटना की गहन जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया।

इसके अतिरिक्त, बिधाननगर के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस अनीश कुमार को निलंबित कर दिया गया, और इवेंट के दिन उनकी कथित लापरवाही के लिए विभागीय कार्रवाई शुरू की गई।

सूत्रों के अनुसार, खेल विभाग के सचिव ने कहा है कि इवेंट उस तरीके से आयोजित नहीं किया गया था जैसा कि बताया गया था। आयोजकों ने निर्धारित योजना में बदलाव किया। राजीव कुमार और मुकेश कुमार के लिखित उत्तर तुरंत उपलब्ध नहीं हो सके।

13 दिसंबर को, इवेंट के शुरू होने से पहले ही साल्ट लेक स्टेडियम भीड़ से भर गया था। दर्शक मेसी की एक झलक पाने के लिए लंबे समय तक इंतजार कर रहे थे। जैसे ही मेसी आए, भीड़ उनकी ओर बढ़ गई। कई लोग सुरक्षा के बावजूद फोटो खींचने की कोशिश कर रहे थे।

दर्शक मेसी को नहीं देख पा रहे थे, जिससे स्थिति जल्द ही अफरा-तफरी में बदल गई। मेसी 22 मिनट मैदान पर रहे और उसके बाद वहां से चले गए। इसके बाद दर्शकों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। कुर्सियां और बोतलें मैदान में फेंकी गईं। कई दर्शक गेट तोड़कर मैदान में घुस गए, और स्टेडियम की गैलरी और रेस्ट रूम में भी नुकसान पहुंचाया गया।

घटना के बाद, राज्य सरकार ने एक जांच समिति का गठन किया और कार्यक्रम के आयोजक सताद्रु दत्ता को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के चलते राज्य के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

Point of View

बल्कि हमारे प्रशासनिक तंत्र की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा करती है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।
NationPress
18/12/2025

Frequently Asked Questions

इस इवेंट में क्या समस्याएं आईं?
इस इवेंट के दौरान भीड़ प्रबंधन में कमी और प्रशासनिक विफलता सामने आई।
क्या अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है?
हाँ, कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, जिसमें निलंबन और कारण बताओ नोटिस शामिल हैं।
इवेंट के आयोजक को गिरफ्तार किया गया था?
जी हाँ, आयोजक सताद्रु दत्ता को गिरफ्तार किया गया है।
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