क्या निर्मला बूरा की पात्रता सही थी? डब्ल्यूएफआई अधिकारी ने विनेश फोगाट को दिया जवाब
सारांश
Key Takeaways
- निर्मला बूरा को नेशनल ट्रायल्स में भाग नहीं लेने दिया गया।
- डब्ल्यूएफआई ने आरोपों को खारिज किया है।
- विनेश फोगाट ने निर्मला का समर्थन किया है।
नई दिल्ली, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) ने ओलंपियन विनेश फोगाट द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने नेशनल ट्रायल्स के दौरान रेसलर निर्मला बूरा के साथ किए गए गलत बर्ताव का जिक्र किया था।
फेडरेशन का कहना है कि निर्मला बूरा हरियाणा पुलिस के बैनर तले मुकाबला करने का इरादा रखती थीं, जो कि फेडरेशन से संबंधित नहीं है। डब्ल्यूएफआई के अनुसार, ऐसे हालात में निर्मला बूरा को स्टेट चैंपियनशिप में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
आलोचनाओं के जवाब में डब्ल्यूएफआई के एक अधिकारी ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "निर्मला बूरा के मामले में मेरा सवाल यह है कि क्या उन्होंने डिस्ट्रिक्ट लेवल पर भाग लिया था? यदि नहीं, तो हम उन खिलाड़ियों को कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं जिन्होंने वहां मुकाबला किया और सफलता हासिल की? लेकिन इसे एक पल के लिए नजरअंदाज करते हैं। निर्मला अब हरियाणा पुलिस का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं, जो डब्ल्यूएफआई से जुड़ी नहीं है। ऐसे में उन्हें स्टेट चैंपियनशिप में भाग लेने की अनुमति कैसे दी जा सकती है?"
अधिकारी ने यह भी कहा कि विनेश इस मामले में 'बेवजह' फेडरेशन को घसीट रही हैं, क्योंकि इस मामले को स्टेट बॉडी को सुलझाना है। नेशनल फेडरेशन ने इस मामले की समीक्षा करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए स्टेट बॉडी को कहा है।
विशेष उल्लेखनीय है कि हरियाणा के जुलाना सीट से विधायक विनेश फोगाट ने शनिवार को सोशल मीडिया पर निर्मला के समर्थन में एक बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि निर्मला को नेशनल ट्रायल्स में भाग नहीं देने का निर्णय गलत था।
विनेश ने कहा, "निर्मला बूरा हरियाणा की एक प्रतिभाशाली एथलीट हैं। नेशनल ट्रायल्स के दौरान उनके साथ बहुत गलत बर्ताव किया गया। निर्मला को ट्रायल्स में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई और इसके पीछे कोई कारण नहीं बताया गया। कोई आधिकारिक जानकारी भी नहीं दी गई।"