क्या हैपी बर्थडे माही का जश्न मनाते हुए हम भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को नहीं भूल सकते?

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क्या हैपी बर्थडे माही का जश्न मनाते हुए हम भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को नहीं भूल सकते?

सारांश

महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें 'कैप्टन कूल' कहा जाता है, ने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया। उनकी कप्तानी में भारत ने कई ऐतिहासिक जीत हासिल की। जानिए धोनी के अद्वितीय खेल कौशल और उनके प्रभावशाली करियर के बारे में।

Key Takeaways

  • महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दी।
  • धोनी ने दो विश्व कप खिताब जिताए हैं।
  • उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप 2007 में भारत को जीत दिलाई।
  • धोनी के पास मिडास टच है।
  • उन्होंने 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया।

नई दिल्ली, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भले ही महेंद्र सिंह धोनी को ‘कैप्टन कूल’ के नाम से जाना जाता है, लेकिन इस कप्तान के मन में हमेशा कुछ न कुछ चलता रहता है। धोनी की चतुरता का कमाल है कि हार के करीब पहुंचने के बावजूद भारत ने कई महत्वपूर्ण मैचों को अपने नाम किया।

महेंद्र सिंह धोनी ही एकमात्र क्रिकेट कप्तान हैं जिन्होंने भारत को दो विश्व कप खिताब दिलाए हैं। उन्होंने अपने नेतृत्व में चेन्नई सुपर किंग्स को पांच बार आईपीएल खिताब जिताने में भी सफलता प्राप्त की।

महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में भारत ने 18 महीनों तक टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर कब्जा जमाए रखा। उन्होंने किसी अन्य कप्तान की तुलना में अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत की कमान संभाली है।

धोनी ने 2007 से 2018 तक सभी प्रारूपों में भारत की ओर से 332 मैचों में कप्तानी की, जिसमें से 178 मैच जीतकर उन्होंने एक नया रिकॉर्ड बनाया। साल 2019 के अंत में उन्हें आईसीसी की 'वनडे और टी20 टीम ऑफ द डिकेड' में शामिल किया गया। इसके अलावा, वह 2024 में ‘आईसीसी हॉल ऑफ फेम’ में शामिल होने वाले हैं।

महेंद्र सिंह धोनी के खेल के प्रशंसक पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ भी थे। 2006 में जब भारतीय टीम पाकिस्तान दौरे पर गई थी, तो उस समय धोनी के लंबे बाल थे। मैच के बाद अवॉर्ड सेरेमनी में मुशर्रफ ने धोनी से अनुरोध किया कि वे अपने बाल न कटवाएं।

मुशर्रफ ने कहा था, “मैंने एक प्लेकार्ड देखा, जिस पर लिखा था- 'धोनी बाल कटवा लो'। मेरी राय है कि यह बाल अच्छे लगते हैं, इसे मत कटवाना।”

हालांकि, धोनी ने उनकी बात का पालन नहीं किया और 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद अपने बाल कटवा लिए। इसके बाद उन्होंने कभी इतने लंबे बाल नहीं रखे।

धोनी को ‘मिडास टच’ वाला कप्तान भी कहा जाता है। चाहे टी20 विश्व कप-2007 के फाइनल में जोगिंदर शर्मा को गेंद सौंपने की बात हो या 2011 के विश्व कप में युवराज सिंह को पहले बल्लेबाजी करने भेजना, धोनी ने हमेशा किस्मत का सहारा लिया।

धोनी ने दिसंबर 2004 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की और भारत की तरफ से 90 टेस्ट खेले, जिसमें उन्होंने 6 शतक और 33 अर्धशतक के साथ 4,876 रन बनाए। वनडे में उन्होंने 350 मैचों में 10,773 रन बनाए, जिसमें उनकी नाबाद 183 रन की पारी यादगार है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 98 टी20 मैच भी खेले।

धोनी, जो 2008 और 2009 में ‘आईसीसी मेंस वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ रह चुके हैं, ‘मेजर ध्यान चंद खेल रत्न अवॉर्ड’ से भी सम्मानित हो चुके हैं। इसके अलावा, उन्हें ‘पद्म श्री’ और ‘पद्म भूषण’ पुरस्कार भी मिल चुका है। उन्होंने 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था।

Point of View

बल्कि उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी बना दिया। धोनी ने अपने समय में क्रिकेट को एक नई दिशा दी और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल स्थापित की।
NationPress
19/07/2025

Frequently Asked Questions

महेंद्र सिंह धोनी कब से क्रिकेट खेल रहे हैं?
महेंद्र सिंह धोनी ने दिसंबर 2004 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी।
धोनी ने कितने विश्व कप जीते हैं?
महेंद्र सिंह धोनी ने भारत को दो विश्व कप खिताब जिताए हैं।
धोनी को कौन-कौन से पुरस्कार मिले हैं?
धोनी को 'पद्म श्री', 'पद्म भूषण', और 'मेजर ध्यान चंद खेल रत्न अवॉर्ड' जैसे पुरस्कार मिले हैं।
धोनी ने कब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा कहा?
महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था।
धोनी को 'कैप्टन कूल' क्यों कहा जाता है?
धोनी को 'कैप्टन कूल' इसलिए कहा जाता है क्योंकि वे हमेशा शांत और संयमित रहते हैं।