क्या मनप्रीत सिंह 400 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले दूसरे भारतीय हॉकी खिलाड़ी बन गए?

सारांश
Key Takeaways
- मनप्रीत सिंह ने 400 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
- उन्होंने 2011 में अपने करियर की शुरुआत की।
- मनप्रीत को कई पुरस्कार मिले हैं।
- उनका करियर भारतीय हॉकी के लिए प्रेरणादायक है।
- उन्होंने कई खिताब भी जीते हैं।
एंटवर्प, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारत के मिडफील्डर मनप्रीत सिंह ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हॉकी प्रो लीग 2024/25 के मैच में भाग लिया। इस खेल के साथ ही मनप्रीत 400 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले दूसरे भारतीय हॉकी खिलाड़ी बन गए।
इस उपलब्धि के साथ, मनप्रीत ने उन दिग्गजों की सूची में अपना नाम दर्ज करवा लिया है, जिन्होंने विश्व स्तर पर अपनी निरंतरता और परिश्रम से खेल का प्रदर्शन किया है।
हालांकि, सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैच खेलने वालों में 33 वर्षीय मनप्रीत से आगे केवल दिलीप टिर्की (412 मैच) हैं।
इस उपलब्धि पर मनप्रीत ने कहा, "मुझे अभी भी याद है कि मैंने अपने पहले मैच में कैसा महसूस किया था। 400 मुकाबलों के बाद यहाँ खड़ा होना, मेरी कल्पना से परे है। यह उपलब्धि उन सभी कोचों के साथ साझा की गई है जिन्होंने मुझे आगे बढ़ाया और सभी साथी खिलाड़ियों के साथ जिन्होंने मेरा साथ दिया। मैं अभी भी सीख रहा हूँ और उसी जोश के साथ खेलता हूँ जैसा कि 19 साल की उम्र में किया करता था।"
साल 2011 में 19 साल की उम्र में अपने डेब्यू से लेकर भारतीय मिडफील्ड की धड़कन बनने तक, मनप्रीत का करियर भारतीय हॉकी के पुनरुत्थान को दर्शाता है।
मनप्रीत सिंह ने चार एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी खिताब (2013, 2018, 2023, 2024), दो एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक (2014, 2023) जीते हैं। इसके अलावा, उन्होंने दो ओलंपिक कांस्य पदक (2020, 2024), दो राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक (2014, 2022) और 2014-15 तथा 2016-17 एफआईएच विश्व लीग में पोडियम फिनिश किया है।
मैदान पर निरंतरता के साथ-साथ, मनप्रीत ने मैदान के बाहर भी अपनी पहचान बनाई है। उन्हें साल 2018 में 'अर्जुन पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। 2021 में, उन्हें 'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार' से नवाजा गया। इसके अतिरिक्त, 2019 में 'हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर प्लेयर ऑफ द ईयर' का पुरस्कार और 2014, 2021 में 'मिडफील्डर ऑफ द ईयर' के लिए 'हॉकी इंडिया अजीत पाल सिंह पुरस्कार' भी दिया गया है।