क्या भारत ने मेंस जूनियर वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता?
सारांश
Key Takeaways
- भारत ने अर्जेंटीना को 4-2 से हराया।
- अंतिम 11 मिनटों में चार गोल किए।
- यह भारत का पहला ब्रॉन्ज मेडल है।
- खिलाड़ियों को 5 लाख रुपये का पुरस्कार।
- हॉकी का भविष्य उज्ज्वल है।
चेन्नई, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर वर्ल्ड कप 2025 में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर एक नई इतिहास रच दिया है। बुधवार को मेजबान टीम ने मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम में अर्जेंटीना को 4-2 से शानदार जीत दर्ज करते हुए टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया। भारतीय टीम ने मुकाबले के अंतिम 11 मिनटों में चार गोल दागे।
यह पहली बार है जब भारत ने इस टूर्नामेंट में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इससे पहले टीम इंडिया ने साल 2001 और 2016 में गोल्ड मेडल जीते थे, जबकि साल 1997 में टीम इंडिया ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। साल 2005 में भारत ब्रॉन्ज मेडल से चूक गया था। इस ऐतिहासिक जीत के बाद हॉकी इंडिया ने प्रत्येक खिलाड़ी को 5 लाख रुपये और सपोर्ट स्टाफ को 2.5 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
बुधवार को मुकाबले की शुरुआत में भारत ने अर्जेंटीना के डिफेंस को तोड़ने की कोशिश में फ्रंट फुट पर गेम शुरू किया, लेकिन मुकाबले के तीसरे ही मिनट में अर्जेंटीना ने अपना खाता खोल लिया।
निकोलस रोड्रिगेज के पेनाल्टी स्ट्रोक को गोल में बदलने के साथ मेहमान टीम ने 1-0 से बढ़त हासिल कर ली। शुरुआती गोल के बाद मेजबान टीम ने तुरंत जवाब देने की कोशिश की, लेकिन पहले क्वार्टर की समाप्ति तक खाता नहीं खोल सकी।
दूसरे क्वार्टर में भारत ने अर्जेंटीना के डिफेंस पर दबाव बनाया। दिलराज सिंह ने टारगेट पर शॉट मारा, जबकि मेजबान टीम ने पहले हाफ में आठ सर्कल पेनिट्रेशन के साथ कुछ आधे-अधूरे मौके बनाते हुए बराबरी की तलाश की, लेकिन अर्जेंटीना ने पहले हाफ की बढ़त को बरकरार रखा।
भारत ने तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में कुछ पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए, लेकिन इसकी मदद से खाता नहीं खुल सका। इस बीच मेहमान टीम ने काउंटर अटैक करने की कोशिश की, लेकिन प्रिंसदीप सिंह ने शानदार डबल सेव करके भारत को गेम में बनाए रखा। अर्जेंटीना ने आखिरकार तीसरे क्वार्टर के अंत में सैंटियागो फर्नांडीज (44वें मिनट) के गोल से अपनी बढ़त दोगुनी कर ली।
अंतिम क्वार्टर में भारतीय टीम अपने पहले गोल की तलाश में जुटी रही। मुकाबला खत्म होने में करीब 11 मिनट शेष थे। मुकाबले के 49वें मिनट में मेजबान टीम पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में कामयाब रही। अनमोल एक्का के शानदार ड्रैगफ्लिक पर अंकित पाल ने अर्जेंटीना के कीपर को छकाते हुए गोल कर दिया। 52वें मिनट मनमीत सिंह ने अनमोल एक्का के सेटअप का फायदा उठाते हुए गोल करते हुए भारत को मुकाबले में 2-2 से बराबरी पर ला दिया।
मुकाबले के 57वें मिनट में भारत को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला, जिसमें शारदानंद तिवारी ने कोई गलती नहीं की। मुकाबला खत्म होने में सिर्फ 3 मिनट शेष थे और भारत ने 3-2 से बढ़त बना ली थी। ऐसे में अर्जेंटीना ने बिना गोलकीपर के खेलने का फैसला किया। इसके बाद अनमोल एक्का ने मुकाबले के 58वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर भारत का ब्रॉन्ज मेडल पक्का कर दिया।