क्या 2025 में टेस्ट फॉर्मेट में टीम इंडिया का प्रदर्शन कैसा रहा?
सारांश
Key Takeaways
- भारत ने वर्ष 2025 में 10 टेस्ट मैच खेले।
- इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 2-2 से ड्रॉ हुई।
- वेस्टइंडीज के खिलाफ 2-0 से जीत दर्ज की।
- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम को 3-1 से हार मिली।
- साउथ अफ्रीका से 2-0 से हार का सामना करना पड़ा।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने वर्ष 2025 में कुल 10 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से उसने 4 मैच जीते और 5 मुकाबलों में हार का सामना किया। इसके अतिरिक्त, एक मैच ड्रॉ रहा।
इस वर्ष भारत ने इंग्लैंड दौरे पर ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए सीरीज ड्रॉ करवाई। इसके साथ ही, वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया। आइए, इस वर्ष सीरीज-दर-सीरीज भारत के प्रदर्शन पर नज़र डालते हैं।
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: भारत ने इस साल की शुरुआत ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट मैच के साथ की। नवंबर-दिसंबर 2024 में टीम इंडिया ने इस टीम के खिलाफ शुरुआती 4 में से 2 टेस्ट गंवा दिए थे। सिडनी में खेले गए सीरीज के पांचवें मैच में टीम इंडिया पहली पारी में महज 185 रन पर सिमट गई, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 181 रन बनाए।
भारत को पहली पारी में मामूली बढ़त मिली, लेकिन मेहमान टीम दूसरी पारी में केवल 157 रन बना सकी। आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 6 विकेट से जीत दर्ज करते हुए पांच मुकाबलों की सीरीज 3-1 से अपने नाम की। भारत ने सीरीज ड्रॉ करवाने का मौका गंवा दिया।
भारत बनाम इंग्लैंड: टीम इंडिया जून से अगस्त के बीच इंग्लैंड के दौरे पर रही। भारत की कप्तानी शुभमन गिल के हाथों में थी। यह उनकी कप्तानी में पहली सीरीज थी, जिसमें भारत ने 2-2 से ड्रॉ करवाने में सफलता पाई।
इंग्लैंड ने लीड्स में खेले गए सीरीज के पहले मुकाबले को 5 विकेट से अपने नाम किया। भारतीय टीम ने बर्मिंघम में मेज़बान टीम को 336 रन से शिकस्त देकर सीरीज में 1-1 से बराबरी की।
लॉर्ड्स में तीसरा मुकाबला खेला गया, जिसमें इंग्लैंड ने पहली पारी में 387 रन बनाए। भारत ने भी जवाब में उतने ही रन बनाए। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 192 रन बनाकर भारत को जीत के लिए आसान लक्ष्य दिया, लेकिन इंग्लैंड ने मेहमान टीम को महज 170 रन पर समेटकर 22 रन से रोमांचक जीत हासिल की।
सीरीज का चौथा मुकाबला मैनचेस्टर में ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इंग्लैंड की टीम अब तक सीरीज में 2-1 से लीड बना चुकी थी। सीरीज बराबरी पर खत्म करने के लिए टीम इंडिया को अंतिम मुकाबला जीतना आवश्यक था। भारत ने ओवल में खेले गए इस मुकाबले को 6 रन के करीबी अंतर से जीतकर सीरीज 2-2 से ड्रॉ पर समाप्त की।
भारत बनाम वेस्टइंडीज: अक्टूबर में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2-0 से क्लीन स्वीप करते हुए इस साल की एकमात्र टेस्ट सीरीज अपने नाम की। पहला मुकाबला अहमदाबाद में खेला गया, जिसमें भारत ने केएल राहुल (100), ध्रुव जुरेल (125) और रवींद्र जडेजा (104 नाबाद) की शतकीय पारियों के साथ पारी और 140 रन से जीत दर्ज की। इस मुकाबले में मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा ने गेंदबाजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। सीरीज का दूसरा और अंतिम मुकाबला दिल्ली में हुआ, जिसमें टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीत हासिल की।
भारत बनाम साउथ अफ्रीका: भारतीय टीम ने इस साल दूसरी बार घर पर टेस्ट सीरीज खेली, जिनमें सामने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप विजेता टीम थी।
कोलकाता में खेले गए पहले मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 159 रन पर समेटकर भारत ने पहली पारी में केवल 189 रन बनाए। साउथ अफ्रीका ने दूसरी पारी में 153 रन बनाकर भारत को जीत के लिए 124 रन का लक्ष्य दिया, लेकिन टीम इंडिया 93 रन पर ऑलआउट हो गई। साउथ अफ्रीका ने यह मुकाबला 30 रन से जीता।
गुवाहाटी में सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला गया, जिसमें साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 489 रन बनाकर भारत पर दबाव डाला। भारतीय टीम पहली पारी में केवल 201 रन बना सकी। हालांकि, साउथ अफ्रीका ने फॉलोऑन नहीं दिया।
मेहमान टीम ने दूसरी पारी 260/5 के स्कोर पर घोषित की और भारत को 140 रन पर समेटकर मुकाबला 408 रन से जीत लिया। इस तरह साउथ अफ्रीका ने सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया।