क्या नीदरलैंड्स ने तीन सुपर ओवरों के बाद नेपाल पर जीत हासिल की?

सारांश
Key Takeaways
- नीदरलैंड्स ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
- तीसरे सुपर ओवर का सामना करने वाला पहला टी20 मैच।
- नेपाल ने कड़ी टक्कर दी।
- बदलते हालात में गेंदबाजों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
- क्रिकेट में छोटे देशों की बढ़ती क्षमता।
नई दिल्ली, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। ग्लास्गो में सोमवार को एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला जब नीदरलैंड्स और नेपाल के बीच खेले गए मैच ने तीसरे सुपर ओवर में प्रवेश किया। इस रोमांचक मुकाबले में नीदरलैंड्स ने जीत हासिल की, जो पुरुषों के पेशेवर क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह पहला मौका है जब किसी टी20 या लिस्ट ए मैच ने तीसरे सुपर ओवर का सामना किया। अंत में, नीदरलैंड्स की टीम ने इस रोमांचक संघर्ष में जीत दर्ज की।
नेपाल को अंतिम ओवर में जीत के लिए 16 रन चाहिए थे। नंदन यादव ने तेज गेंदबाज काइल क्लीन के खिलाफ 2, 1, 4, 2, 2, 4 रन बनाकर पहले सुपर ओवर में मैच को बराबरी पर ला दिया।
इसके बाद बायें हाथ के स्पिनर डेनियल डोरम को सुपर ओवर में मौका मिला, जिसमें कुशल भुर्तल ने उन पर दो छक्के और एक चौका लगाकर 19 रन बना लिए। डोरम ने सामान्य समय में चार ओवर में केवल 14 रन देकर तीन विकेट निकाले थे। इसके बाद माइकल लेविट ने पहली गेंद पर छक्का और मैक्स ओ'डाउड ने अंतिम दो गेंदों पर छक्का और चौका लगाते हुए मैच को दूसरे सुपर ओवर में पहुंचा दिया।
इसके बाद ललित राजबंशी पर पहली तीन गेंद पर दो छक्के लगे और फिर नीदरलैंड्स ने सुपर ओवर नंबर दो में 17 रन बनाए। रोहित पोडल ने पहली गेंद पर छक्का लगाया और दिपेंद्र सिंह ऐरी ने चौका लगाकर अंतिम गेंद पर सात रन के लिए संघर्ष करते हुए क्लीन के ओवर में काउ कॉर्नर पर छक्का लगाकर मैच को तीसरे सुपर ओवर में पहुंचा दिया।
ऑफ स्पिनर जैच लायन-कैचेट ने तीसरे सुपर ओवर की शुरुआत की और पौडल, रुपेश सिंह के विकेट निकालकर नेपाल को एक भी रन नहीं बनाने दिया। इसके बाद संदीप लामिछाने पर लेविट ने लांग ऑन पर छक्का लगाकर टीम को रोमांचक जीत दिलाई।
इससे पहले 152 रनों के लक्ष्य का बचाव करते हुए बायें हाथ के तेज गेंदबाज बेन फ्लेचर ने अपने टी20 करियर की शानदार शुरुआत की। उन्होंने लोकेश बाम को विकेट के पीछे आउट कराया। क्लीन ने अनिल साह को मिडऑन पर कैच कराया और नेपाल 2.1 ओवर में नौ रन पर दो विकेट गंवा बैठा। लेकिन भुर्तल और पौडल ने इसके बाद नीदरलैंड्स के गेंदबाजों पर आक्रमण किया।
नेपाल पांच ओवर में दो विकेट पर 52 रनों तक पहुंच गया। लेकिन इसके बाद डोरम ने भुर्तल को 34 रनों के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। ऐरी और किरन थगुना आउट हुए और नेपाल ने 15 ओवर में 97 रनों पर पांच विकेट गंवा दिए। उन्हें आखिरी पांच ओवरों में 56 रन चाहिए थे, यह रूपेश थे जिन्होंने छक्का और चौका लगाते हुए नेपाल की वापसी कराई। बाद में पौडेल और करन केसी ने मैच को टाई कराया।
पहली पारी में नंदन ने गेंद संभाली और ओ'डाउड ने उन पर लगातार दो चौके लगाए। लेकिन स्पिन के आने के बाद मैच का समीकरण पूरी तरह बदल गया।
राजबंशी ने पहली ही गेंद पर ओ'डाउड का विकेट निकाला। लामिछाने छः ओवर बाद आए और आते ही प्रभाव डाला। दूसरी ही गेंद पर उन्होंने लेविट का विकेट निकाला और चौथी गेंद पर कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स को भी डीप स्क्वायर लेग पर कैच करा दिया।
लामिछाने ने नोआह क्रोस को आउट करके तीसरा विकेट अपने नाम किया और साकिब जुल्फिकार के अंतिम प्रहारों से नीदरलैंड्स 150 रनों के पार पहुंच पाई।
राष्ट्र प्रेस
आरआर/