क्या पाकिस्तान ने भविष्य में डब्ल्यूसीएल में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया?

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क्या पाकिस्तान ने भविष्य में डब्ल्यूसीएल में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया?

सारांश

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने भविष्य के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में भाग लेने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। जानें इस फैसले के पीछे का कारण और इसका क्रिकेट जगत पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

Key Takeaways

  • पीसीबी ने डब्ल्यूसीएल में भाग लेने पर कड़ा प्रतिबंध लगाया है।
  • भारत लीजेंड्स ने सेमीफाइनल से हटने का निर्णय लिया।
  • निष्पक्षता और स्वतंत्र संचालन के सिद्धांतों का उल्लंघन हुआ है।
  • बाहरी दबावों का खेल पर असर पड़ा है।
  • भविष्य में क्रिकेट की राजनीति पर प्रश्नचिन्ह लगा है।

नई दिल्ली, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने यह घोषणा की है कि वह भविष्य में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (डब्ल्यूसीएल) में भाग लेने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है।

पीसीबी के अनुसार, भारत लीजेंड्स ने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में भाग न लेने का निर्णय लिया, जिसके चलते डब्ल्यूसीएल के बयानों और कार्यों में स्पष्ट पक्षपात और दोहरे मापदंड देखने को मिले हैं।

पीसीबी ने बताया कि मोहसिन नकवी की अध्यक्षता में वर्चुअल रूप से आयोजित 79वीं बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (बीओजी) बैठक में डब्ल्यूसीएल के व्यवहार पर गहरी निराशा प्रकट की गई। पीसीबी ने कहा कि जानबूझकर किसी टीम को अंक दिए जाने और भारत-पाकिस्तान के बीच लीजेंड्स मुकाबले को रद्द करने संबंधी प्रेस रिलीज, दोनों ही पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण और पाखंड से भरे हुए थे।

पीसीबी ने कहा, “जारी की गई प्रेस रिलीज में जिस तरह ‘खेल के जरिए शांति’ की बात की गई है, वह दोहरे मापदंड को दर्शाता है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि खेल आयोजनों को राजनीतिक स्वार्थ और सीमित व्यावसायिक हितों के अधीन कर दिया गया है।”

बयान में आगे कहा गया, “इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के मद्देनजर, जो बाहरी दबावों के स्पष्ट और असहनीय प्रभाव तथा खेल की निष्पक्षता के सिद्धांतों की अवहेलना को उजागर करता है, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को मजबूरी में कड़ा रुख अपनाना पड़ रहा है। पीसीबी अब ऐसे टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति नहीं दे सकता, जहां निष्पक्ष खेल भावना और स्वतंत्र संचालन जैसे मूलभूत सिद्धांत बाहरी हस्तक्षेप के कारण समझौते की भेंट चढ़ जाएं।”

शिखर धवन समेत कई भारतीय खिलाड़ियों ने इस टूर्नामेंट के लीग चरण में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया था। इसके बाद दोनों टीमों के बीच सेमीफाइनल में मुकाबला होना तय था, लेकिन भारतीय टीम ने मुकाबले से हटने का निर्णय लिया।

पीसीबी की वर्चुअल बीओजी बैठक में सुमैर अहमद सैयद, सलमान नसीर, जहीर अब्बास, जाहिद अख्तर जमान, सज्जाद अली खोखर, जफरुल्लाह जदगल, तनवीर अहमद, तारिक सरवर, मुहम्मद इस्माइल कुरेशी, अनवर अहमद खान, अदनान मलिक, उस्मान वहला (विशेष आमंत्रित) और मीर हसन नकवी (अतिरिक्त सचिव) ने हिस्सा लिया।

Point of View

लेकिन जब बाहरी दबाव उसे प्रभावित करता है, तो यह सभी के लिए चिंता का विषय बन जाता है।
NationPress
21/12/2025

Frequently Asked Questions

पीसीबी ने डब्ल्यूसीएल में भाग क्यों नहीं लेने का निर्णय लिया?
पीसीबी ने भारतीय टीम द्वारा सेमीफाइनल से हटने के बाद डब्ल्यूसीएल में पक्षपात और दोहरे मापदंड के कारण यह निर्णय लिया।
इस फैसले का क्रिकेट पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
यह निर्णय क्रिकेट की निष्पक्षता और खेल भावना पर गंभीर सवाल उठाता है और इससे भविष्य में अन्य टीमों के बीच संबंध प्रभावित हो सकते हैं।
क्या अन्य देशों ने ऐसी स्थिति का सामना किया है?
जी हां, खेल में राजनीति का हस्तक्षेप अन्य देशों की टीमों के बीच भी देखने को मिला है, जो खेल की निष्पक्षता को प्रभावित करता है।
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