क्या पवन बर्तवाल ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2025 में ट्रिनडेड पर जीत दर्ज की?

सारांश
Key Takeaways
- पवन बर्तवाल ने 55 किलोग्राम भारवर्ग में जीत दर्ज की।
- भारत ने 20 सदस्यीय दल के साथ चैंपियनशिप में भाग लिया।
- यह चैंपियनशिप विश्व मुक्केबाजी परिषद के अंतर्गत है।
- अन्य भारतीय मुक्केबाज भी प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं।
- भारतीय टीम को पदक जीतने की उम्मीद है।
लिवरपूल, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत का अभियान एक शानदार जीत के साथ प्रारंभ हुआ है। ब्रिटेन के लिवरपूल में पुरुषों की 55 किलोग्राम भारवर्ग में पवन बर्तवाल ने पेरिस ओलंपियन ब्राजील के माइकल डगलस ट्रिनडेड को पराजित किया।
पवन बर्तवाल ने तीसरे और अंतिम राउंड में अपनी कुशलता का प्रदर्शन करते हुए ब्राजीलियाई प्रतिद्वंद्वी को कड़ी चुनौती दी और पहले राउंड को 3:2 से जीत लिया।
पहले दो राउंड के बाद दोनों मुक्केबाजों के स्कोर समान थे। दूसरे राउंड में ट्रिनडेड ने बर्तवाल की बढ़त को कम कर दिया।
भारत ने हाल ही में बनी अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी नियामक संस्था, विश्व मुक्केबाजी परिषद के अंतर्गत आयोजित हो रही इस पहली विश्व चैंपियनशिप में 20 सदस्यीय दल भेजा है, जिसने विश्व मुक्केबाजी में अपनी बढ़ती प्रतिष्ठा को प्रदर्शित किया है।
तीन अन्य भारतीय साक्षी (54 किग्रा), सनमाचा चानू (70 किग्रा), और हर्ष चौधरी (90 किग्रा) शाम के सत्र में प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
इसी बीच, पदक के दावेदार हितेश गुलिया (70 किग्रा), अभिनाश जामवाल (65 किग्रा), निखत जरीन (51 किग्रा) और लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा) सहित 10 भारतीय मुक्केबाजों को अच्छा ड्रॉ मिला है, जो प्रतियोगिता के शुरुआती चरण में कठिन प्रतिद्वंद्वियों से बचे रहेंगे।
गुलिया, जामवाल और लवलीना को पहले दौर में बाई मिली है, जबकि निखत जरीन का सामना अमेरिका की जेनिफर लोजाना से होगा।
20 सदस्यीय भारतीय दल का ध्यान हाल ही में बनी अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी शासी निकाय, विश्व मुक्केबाजी के अंतर्गत आयोजित होने वाली पहली विश्व चैंपियनशिप में मजबूत प्रदर्शन पर केंद्रित है। पूर्व विश्व चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता निखत, लवलीना की वापसी से इसकी संभावनाएँ और भी बढ़ गई हैं। निखत जरीन और लवलीना लंबे समय के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। भारतीय दल को इन दोनों से पदक की उम्मीद है।