क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी संसद खेलकूद प्रतियोगिता के विजेताओं को बधाई दी?
सारांश
Key Takeaways
- प्रतिभागियों का जुनून खेलों में नई पहचान दिला रहा है।
- युवाओं को एक मजबूत प्लेटफॉर्म मिल रहा है।
- काशी संसद खेलकूद प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रतिभा की पहचान करना है।
- यह पहल खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करती है।
- युवाओं के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करती है।
नई दिल्ली, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी संसद खेलकूद प्रतियोगिता की सराहना की है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने वालों का जुनून और प्रतिभा भारत को खेलों की दुनिया में सशक्त बनाने और नई पहचान देने में सहायता कर रही है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, "काशी संसद खेल प्रतियोगिता के सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को दिल से बधाई और शुभकामनाएं। प्रतिभागियों का जोश और ऊर्जा वास्तव में कमाल की थी। उन्होंने अपनी प्रतिभा और कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया। मुझे खुशी है कि यह आयोजन खेलों की दुनिया में देश को एक नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह शानदार पहल युवाओं को एक मजबूत प्लेटफॉर्म प्रदान करती है, जहाँ वे अपनी क्षमताओं से सभी का दिल जीत रहे हैं।"
काशी संसद खेलकूद प्रतियोगिता प्रधानमंत्री के जमीनी स्तर पर खेलों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से प्रेरित है। इसे वाराणसी जिला प्रशासन ने ग्रामीण और शहरी खिलाड़ियों को एक ही मंच पर लाने के लिए आयोजित किया है। यह पहल शहर की खेल विरासत को आगे बढ़ाने का कार्य करती है। वाराणसी में मोहम्मद शाहिद, प्रशांति सिंह, ललित उपाध्याय, विवेक सिंह, संजीव सिंह, स्वाति सिंह, और विजय यादव जैसे खिलाड़ियों का जन्मस्थान है, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है।
उत्तर प्रदेश सरकार के फ्रेमवर्क के तहत, यह इवेंट प्रखंड और जिला स्तर की प्रतियोगिताओं के माध्यम से विशेष खेलों में भागीदारी को बढ़ावा देता है, जिसमें शीर्ष प्रदर्शन करने वाले डिवीजन और राज्य स्तर के टूर्नामेंट में आगे बढ़ते हैं। इस पहल का उद्देश्य न केवल प्रतिभा की पहचान करना है, बल्कि युवा एथलीटों में खेल भावना, अनुशासन और गर्व की भावना को भी प्रोत्साहित करना है।
खेलों के अतिरिक्त, यह प्रोग्राम युवाओं के सर्वांगीण विकास की दिशा में भी काम करता है।