क्या पूजा वस्त्राकर की वजह से मध्यप्रदेश की लड़कियों में क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है: कोच सोनू रॉबिंसन

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क्या पूजा वस्त्राकर की वजह से मध्यप्रदेश की लड़कियों में क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है: कोच सोनू रॉबिंसन

सारांश

क्या पूजा वस्त्राकर की क्रिकेट में सफलता ने मध्यप्रदेश की लड़कियों में खेल के प्रति रुचि जगाई है? कोच सोनू रॉबिंसन ने पूजा को एक प्रेरणादायक क्रिकेटर बताया है। पढ़ें इस दिलचस्प कहानी के बारे में जो शहडोल के क्रिकेट प्रेमियों को गर्वित करती है।

Key Takeaways

  • पूजा वस्त्राकर की क्रिकेट में सफलता ने लड़कियों को प्रेरित किया है।
  • शहडोल में क्रिकेट का स्तर ऊंचा हुआ है।
  • महिला प्रीमियर लीग ने महिलाओं के लिए नए अवसर खोले हैं।
  • संघर्ष और मेहनत से सफलता संभव है।
  • मध्यप्रदेश में महिला क्रिकेट का भविष्य उज्जवल है।

शहडोल, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्यप्रदेश के शहडोल जिले की तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर अब महिला प्रीमियर लीग 2026 में आरसीबी के लिए खेलेंगी। उनके आरसीबी में चयन से शहडोल के क्रिकेट प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। शहडोल क्रिकेट एसोसिएशन के कोच सोनू रॉबिंसन ने पूजा को एक संघर्षशील क्रिकेटर बताया है।

राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए सोनू रॉबिंसन ने कहा, "महिला प्रीमियर लीग 2026 के नीलामी में पूजा का चयन आरसीबी में हुआ है। वह पिछले साल कंधे की इंजरी से जूझ रही थी। ऑपरेशन के बाद रिहैब के लिए वह एनसीए में थी। अब वह पूरी तरह से रिकवर हो चुकी है और फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार है। पूजा एक संघर्षशील खिलाड़ी है, जिसने इंजरी से पहले भी वापसी की है। उसकी यह कहानी अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है।

उन्होंने कहा, "पूजा का बतौर क्रिकेटर उदय शहडोल के लिए गर्व का विषय है। वह बचपन से ही लगनशील रही है। हर स्तर पर उसने अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश की है। वह 16-17 साल से मध्यप्रदेश की सीनियर टीम के खिलाड़ियों के साथ खेलती थी। वह एक बेहतरीन तेज गेंदबाज है और निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए बड़े शॉट लगाने की क्षमता रखती है। उसकी इस क्षमता की वजह से हमें पहले से ही लगता था कि वह भारतीय महिला टीम के लिए खेलेगी।"

शहडोल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अजय द्विवेदी ने कहा, "पूजा के लिए यह एक अच्छा अवसर है। पिछले साल की इंजरी के बाद से वह पूरी तरह से रिकवर हो चुकी है। उसके पिछले प्रदर्शन के आधार पर ही उसे आईपीएल में आरसीबी ने खरीदा है। वह आरसीबी में भी अपनी क्षमता साबित करेगी।

उन्होंने कहा, "पूजा हमेशा से लड़कों के बीच खेलती रही है। उसकी वजह से शहडोल और मध्यप्रदेश में लड़कियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। संस्कृति गुप्ता भी यहीं से हैं, जो महिला प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं। आने वाले समय में शहडोल की 8 से 10 लड़कियां महिला प्रीमियर लीग, मध्यप्रदेश महिला क्रिकेट टीम और भारतीय टीम में अपनी जगह बनाएंगी। मध्यप्रदेश में महिला प्रीमियर लीग शुरू हो गई है, जो महिला क्रिकेटरों के लिए फायदेमंद है।"

पूजा की बहन उषा वस्त्राकर ने कहा, "पूरे परिवार ने नीलामी की प्रक्रिया देखने के लिए बैठा था। जैसे ही पूजा का चयन आरसीबी में हुआ, परिवार और मोहल्ले वाले बहुत खुश हुए। पूजा का पहले भारतीय महिला टीम और अब आरसीबी में चयन शहडोल के लिए गर्व की बात है।"

26 साल की पूजा दाएं हाथ की तेज गेंदबाज हैं। वह भारतीय महिला टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में खेल चुकी हैं। उन्होंने 5 टेस्ट में 15, 33 वनडे में 27 और 72 टी20 में 58 विकेट लिए हैं। महिला प्रीमियर लीग 2026 के लिए उन्हें आरसीबी ने 85 लाख रुपये में खरीदा।

Point of View

बल्कि पूरे समाज की है। पूजा वस्त्राकर की सफलता न केवल शहडोल, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई है। यह दर्शाता है कि अगर मेहनत और लगन हो, तो मुश्किलें भी रास्ते में आ सकती हैं।
NationPress
28/11/2025

Frequently Asked Questions

पूजा वस्त्राकर कौन हैं?
पूजा वस्त्राकर एक तेज गेंदबाज हैं जो भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं।
महिला प्रीमियर लीग में पूजा का चयन क्यों हुआ?
पूजा का चयन उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और पिछले अनुभव के कारण हुआ।
पूजा ने कितने मैच खेले हैं?
पूजा ने भारतीय महिला टीम के लिए 5 टेस्ट, 33 वनडे और 72 टी20 मैच खेले हैं।
आरसीबी ने पूजा को कितने में खरीदा?
आरसीबी ने पूजा को 85 लाख रुपये में खरीदा।
पूजा की कहानी से क्या सीख मिलती है?
पूजा की कहानी यह सिखाती है कि कठिनाइयों के बावजूद मेहनत और समर्पण से सफलता प्राप्त की जा सकती है।
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