दूसरा टी20 मैच: क्विंटन डी कॉक को 'प्लेयर ऑफ द मैच' क्यों चुना गया?
सारांश
Key Takeaways
- क्विंटन डी कॉक की शानदार पारी ने मैच का रुख बदला।
- साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 213 रन बनाए।
- भारत के लिए पिच का व्यवहार महत्वपूर्ण रहा।
- क्विंटन और मार्करम की साझेदारी ने टीम को मजबूती दी।
- इस मैच ने खेल में स्थिति के तेजी से बदलने की क्षमता को दर्शाया।
न्यू चंडीगढ़, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ मुल्लांपुर में खेले गए दूसरे टी20 मैच को 51 रन से जीत लिया। क्विंटन डी कॉक ने 46 गेंदों में 7 छक्कों और 5 चौकों की मदद से 90 रन बनाए। उनकी इस शानदार पारी के लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला। जीत के बाद इस सलामी बल्लेबाज ने स्पष्ट किया कि भारत के लिए मैच की स्थिति कब बदली थी।
मैच समाप्त होने के बाद बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, "जब भारतीय टीम बल्लेबाजी कर रही थी, तब स्थिति बदल गई। पिच में गति आ गई थी। गेंद तेजी से मूव होने लगी थी। जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे, तब गेंद धीमी थी और कम मूव कर रही थी। यही दोनों पारियों के बीच सबसे बड़ा अंतर था।"
क्विंटन डी कॉक ने अपनी प्रभावशाली पारी पर कहा, "मुझे खुद नहीं पता कि क्या हो रहा था, यह बस हो रहा था। शायद यही है कि जब मैं बल्लेबाजी में सेट हो जाता हूं, तो उसे पूरी तरह से भुनाने का प्रयास करता हूं। मेरा मानना है कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम एक-दूसरे के खिलाफ बार-बार खेलते हैं। हम हमेशा अच्छी पिचों पर खेलते हैं, विशेषकर भारत में।"
क्विंटन डी कॉक ने एडेन मार्करम के साथ दूसरे विकेट के लिए 47 गेंदों में 83 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी के बारे में उन्होंने कहा, "मुझे लगा कि पिच शुरुआती समय में थोड़ी धीमी थी, गेंद बल्ले तक पहुंचने में समय ले रही थी। जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे, तब नए बल्लेबाज के लिए सेट होना कठिन था। गेंद गीली नहीं लग रही थी, वह सूखी ही महसूस हो रही थी। इसलिए यह सिर्फ मेरे और एडेन मार्करम के टिककर साझेदारी करने का मामला था, क्योंकि नए बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होने वाला था।"
साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट खोकर 213 रन बनाए। इसके जवाब में भारतीय टीम 19.1 ओवरों में महज 162 रन पर सिमट गई।