क्या भगदड़ मामले में आरसीबी पर आपराधिक मुकदमा चलेगा? कर्नाटक सरकार ने दी मंजूरी

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क्या भगदड़ मामले में आरसीबी पर आपराधिक मुकदमा चलेगा? कर्नाटक सरकार ने दी मंजूरी

सारांश

आईपीएल 2025 की खिताबी जीत के बाद आरसीबी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान गई और कर्नाटक सरकार ने आरसीबी प्रबंधन और केएससीए के खिलाफ आपराधिक मामला दायर करने की मंजूरी दी है। क्या आरसीबी को इसके गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा?

Key Takeaways

  • आरसीबी की खिताब जीत के बाद भगदड़ हुई थी।
  • भगदड़ में 11 लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए।
  • कर्नाटक सरकार ने आपराधिक मुकदमा चलाने की मंजूरी दी।
  • जस्टिस माइकल डी कुन्हा आयोग ने रिपोर्ट सौंपी।
  • सुरक्षा में कमी के कारण घटना हुई।

बेंगलुरु, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आईपीएल 2025 का खिताब जीतने वाली आरसीबी की समस्याएँ बढ़ती हुई दिख रही हैं। खिताबी जीत के बाद आरसीबी ने जश्न मनाया था, जिसके दौरान 11 लोगों की मौत हो गई और लगभग 50 लोग घायल हुए थे। इस मामले में कर्नाटक सरकार ने आरसीबी के प्रबंधन और कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ आपराधिक मामला दायर करने की मंजूरी दी है।

कर्नाटक सरकार ने इस हादसे के बाद एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए जस्टिस माइकल डी कुन्हा आयोग का गठन किया था, जिसने जांच के लिए एक महीने का समय मांगा। आयोग ने अपनी रिपोर्ट 11 जुलाई को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सौंपी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए), आरसीबी, कार्यक्रम आयोजक डीएनए एंटरटेनमेंट और बेंगलुरु पुलिस 4 जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।

कर्नाटक सरकार ने डी कुन्हा आयोग की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए आरसीबी प्रबंधन और केएससीए पर आपराधिक मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों के निलंबन का समर्थन भी किया है।

रिपोर्ट में आरसीबी और केएससीए पर कई अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, डीएनए ने 2009 के नगर आदेश के तहत औपचारिक अनुमति लिए बिना पुलिस को 3 जून को विजय परेड के संबंध में सूचित किया, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस ने अनुमति देने से इंकार कर दिया। अनुमति न होने के बावजूद आरसीबी ने कार्यक्रम का प्रचार जारी रखा।

4 जून को, उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रशंसकों के लिए मुफ्त प्रवेश समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया, जिसमें विराट कोहली की एक वीडियो अपील भी शामिल थी।

कार्यक्रम में 3 लाख से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी, जो उम्मीदों से कहीं अधिक थी। कार्यक्रम के दिन दोपहर 3:14 बजे आयोजकों ने अचानक घोषणा की कि स्टेडियम में प्रवेश के लिए पास की आवश्यकता होगी, जिससे भ्रम और दहशत का माहौल बन गया।

आरसीबी, डीएनए और केएससीए समन्वय में विफल रहे, जिसके कारण भगदड़ मची और सात पुलिसकर्मी घायल हुए।

भगदड़ के बाद सरकार ने मजिस्ट्रेट और न्यायिक जांच आयोग का गठन किया, पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव का निलंबन हुआ, राज्य खुफिया प्रमुख का स्थानांतरण किया गया और पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा की गई।

Point of View

यह घटना एक गंभीर चिंता का विषय है। खेल आयोजनों में सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित करना न केवल आयोजकों की जिम्मेदारी है, बल्कि यह सरकार और पुलिस का भी कर्तव्य है। हम सभी को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और खेल का आनंद सुरक्षित माहौल में लिया जा सके।
NationPress
17/07/2025

Frequently Asked Questions

आरसीबी पर आपराधिक मुकदमा क्यों चलाया जा रहा है?
आरसीबी पर आपराधिक मुकदमा भगदड़ के कारण 11 लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने के कारण चलाया जा रहा है।
कर्नाटक सरकार ने किस आयोग का गठन किया?
कर्नाटक सरकार ने इस मामले की जांच के लिए जस्टिस माइकल डी कुन्हा आयोग का गठन किया था।
भगदड़ के लिए किन संस्थाओं को जिम्मेदार ठहराया गया?
रिपोर्ट के अनुसार, आरसीबी, केएससीए, डीएनए एंटरटेनमेंट और बेंगलुरु पुलिस को भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
इस मामले में क्या कदम उठाए गए हैं?
सरकार ने आरसीबी प्रबंधन और केएससीए पर आपराधिक मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है और पुलिस अधिकारियों के निलंबन का समर्थन किया है।
क्या आरसीबी भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बच सकती है?
आरसीबी को अब सुरक्षा प्रोटोकॉल और प्रबंधन में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।