क्या मैं एशिया कप का बहिष्कार करूं? सेवानिवृत्त अधिकारी की देशवासियों से अपील

सारांश
Key Takeaways
- एशिया कप का बहिष्कार एक गंभीर विषय है।
- सेवानिवृत्त अधिकारियों की अपील पर ध्यान देना चाहिए।
- कश्मीर में आतंकी हमले ने देश को प्रभावित किया।
- भारतीय क्रिकेट टीम और पाकिस्तान के बीच खेल पर विचार करें।
- राष्ट्रीय भावना को समझना जरूरी है।
श्रीनगर, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सेना से सेवानिवृत्त एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारतीय क्रिकेट टीम के मैचों का बहिष्कार करने की देशवासियों से अपील की है। यह अधिकारी कश्मीर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए एक आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या की गई थी, जिसमें पाकिस्तान का हाथ होने की जानकारी मिली थी। इसके बावजूद, भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप में पाकिस्तान के साथ खेल रही है। इसी कारण से, अधिकारी ने भारतीय क्रिकेट टीम के मैचों के बहिष्कार पर जोर दिया है।
लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों (सेवानिवृत्त) ने एक्स पर लिखा, "यदि आप बीसीसीआई टीम के मैच देख रहे हैं, तो कृपया पहलगाम में मारे गए उन निर्दोष भारतीयों और उन सैनिकों के बारे में सोचें, जिन्होंने पाकिस्तानी आतंकवादियों से लड़ते हुए अपनी जान दी। क्या आप भी एशिया कप का बहिष्कार करेंगे? जय हिंद।"
22 अप्रैल को, पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन मैदान में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी। इन नागरिकों में 25 पर्यटक और एक स्थानीय व्यक्ति शामिल था।
इस आतंकी हमले से पूरे देश में गुस्सा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना का बदला लेने के लिए सशस्त्र बलों को खुली छूट दी।
भारतीय सशस्त्र बलों ने लाहौर के पास मुरीदके और बहावलपुर तथा पीओके में आतंकियों के ठिकानों पर हमले किए।
'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत 12 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी द्विपक्षीय सीरीज 2012-13 में हुई थी। अब दोनों टीमें केवल आईसीसी और एसीसी टूर्नामेंट में आमने-सामने होती हैं।
एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान का मैच 14 सितंबर को निर्धारित है।