क्या ऋचा घोष ने बंगाल सरकार से बंग भूषण पुरस्कार और डीएसपी पद प्राप्त किया?
सारांश
Key Takeaways
- ऋचा घोष ने महिला विश्व कप 2025 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्हें बंग भूषण पुरस्कार और डीएसपी पद से सम्मानित किया गया।
- ऋचा ने विश्व कप में 235 रन बनाए हैं।
- उनका स्ट्राइक रेट 133 से अधिक रहा।
- सौरव गांगुली ने उन्हें बंगाल की गौरव बताया।
कोलकाता, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महिला विश्व कप 2025 में भारतीय टीम को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष को शनिवार को ईडन गार्डन्स में आयोजित समारोह में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सम्मानित किया।
दाएं हाथ की विस्फोटक बल्लेबाज ऋचा को बंगाल सरकार ने बंग भूषण पुरस्कार के साथ ही पुलिस उपाधीक्षक पद प्रदान किया। इसके साथ ही उन्हें सोने की चेन भी भेंट की गई। बंग भूषण और बंग विभूषण पुरस्कार पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले सर्वोच्च नागरिक सम्मान हैं, जो कला, संस्कृति, साहित्य, लोक प्रशासन और सार्वजनिक सेवा में उत्कृष्टता के लिए दिए जाते हैं।
ऋचा घोष, जो भारत के लिए क्रिकेट का विश्व कप जीतने वाली पहली क्रिकेटर हैं, को इस उपलब्धि के लिए बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा 34 लाख रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, बोर्ड ने उन्हें सोने का बल्ला और गेंद भी भेंट की। 2 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में भारतीय टीम ने 52 रन से जीत हासिल की थी, जिसमें ऋचा ने 34 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली।
सौरव गांगुली, बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष, ने कहा कि ऋचा बंगाल की गौरव हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह भविष्य में भारतीय टीम की कप्तान बनेंगी।
ऋचा घोष ने भारतीय टीम के लिए एक प्रभावशाली फिनिशर के रूप में उभरकर दिखाया है। वह निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए तेजी से रन बनाती हैं और पारी को निर्णायक मोड़ देती हैं।
ऋचा ने विश्व कप के 8 मैचों में 235 रन बनाए, उनका स्ट्राइक रेट 133 से अधिक रहा। निचले क्रम में खेली गई उनकी तेज पारियां भारतीय टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुईं।