क्या जोटा के निधन से दुखी मोहम्मद सिराज ने जिंदगी की अनिश्चितता पर बात की?

सारांश
Key Takeaways
- मोहम्मद सिराज ने डियोगा जोटा को श्रद्धांजलि दी।
- लाइफ की कोई गारंटी नहीं है।
- खेल में भावनाएं और मानवता का गहरा संबंध है।
- जिंदगी के अनिश्चित पहलुओं को समझना जरूरी है।
- खेल जगत में एकजुटता का महत्व।
लंदन, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज पुर्तगाल और लिवरपूल के फॉरवर्ड डियोगा जोटा के निधन से अत्यधिक दुखी हैं। मोहम्मद सिराज का मानना है कि जिंदगी में कोई गारंटी नहीं होती। हमें नहीं पता होता कि कल क्या होने वाला है।
शुक्रवार को तीसरे टेस्ट मैच के दौरान जब लंच के बाद सिराज ने इंग्लैंड के बल्लेबाज जेमी स्मिथ को आउट किया, तो उन्होंने अपने हाथों से नंबर-20 का इशारा किया। यह जोटा की लिवरपूल जर्सी का नंबर था।
गुरुवार को एक कार हादसे में जोटा और उनके भाई आंद्रे सिल्वा ने अपनी जान गंवा दी। यह दुर्घटना स्पेन के जमोरा प्रांत में हुई।
बीसीसीआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर सिराज का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने कहा, "डियोगा जोटा के निधन की खबर सुनकर मैं बेहद भावुक हो गया। मैं पुर्तगाल का प्रशंसक हूं, क्योंकि क्रिस्टियानो रोनाल्डो भी उसी टीम के लिए खेलते हैं।"
31 वर्षीय तेज गेंदबाज ने कहा, "जिंदगी बहुत अप्रत्याशित है। हम चीजों के लिए बहुत संघर्ष करते हैं, लेकिन यह भी नहीं पता कि कल क्या होगा। जिंदगी की कोई गारंटी नहीं होती। डियोगा जोटा की मृत्यु की खबर चौंकाने वाली थी। मुकाबले के दूसरे दिन मुझे विकेट मिले, इसलिए मैं उनके लिए यह इशारा करना चाहता था। यह डियोगा जोटा के प्रति सम्मान जताने का मेरा तरीका था।"
मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड की पहली पारी में 85 रन देकर दो विकेट चटकाए, जबकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट लेकर इंग्लैंड को पहली पारी में 387 रन पर समेट दिया।
मोहम्मद सिराज इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में दो विकेट अपने नाम किए थे। इसके बाद एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट की पहली पारी में सिराज ने 70 रन देकर छह विकेट झटके। इस मुकाबले में सिराज ने कुल सात विकेट अपने नाम किए, जिसने भारत को एजबेस्टन में पहली बार टेस्ट मैच जिताने में मदद की।