क्या स्मृति मंधाना विश्व रिकॉर्ड बनाने से चूक गईं?

सारांश
Key Takeaways
- स्मृति मंधाना का वनडे करियर प्रेरणादायक है।
- महिला क्रिकेट में रिकॉर्ड बनाने का अवसर महत्वपूर्ण है।
- भविष्य में स्मृति को और भी अवसर मिल सकते हैं।
- महिला क्रिकेट के प्रति समर्थन बढ़ाने की आवश्यकता है।
- युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनना चाहिए।
कोलंबो, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की प्रमुख सलामी बल्लेबाज स्मृति मंंधाना को रविवार को कोलंबो में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच में एक विश्व रिकॉर्ड
कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में अगर स्मृति मंधाना 35 रन बना लेतीं, तो वह महिला क्रिकेट के इतिहास में वनडे में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज बन जातीं। लेकिन, वह 23 रन बनाकर आउट हो गईं।
मंधाना ने 2025 में वनडे में 959 रन बनाए हैं। यदि वह पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 12 रन और जोड़ लेतीं, तो उनका कुल स्कोर 971 रन हो जाता और वह महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज बन जातीं।
महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की ब्लेंडा क्लार्क के नाम है, जिन्होंने 1997 में 970 रन बनाए थे।
हालांकि, भारतीय बल्लेबाज स्मृति मंधाना पाकिस्तान के खिलाफ विश्व रिकॉर्ड बनाने में सफल नहीं हो सकीं, लेकिन उनके पास इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए और भी मौके हैं। वह इस विश्व कप में निश्चित रूप से एक कैलेंडर वर्ष में वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज बन सकती हैं।
स्मृति मंधाना का वनडे करियर शानदार रहा है। 2013 में डेब्यू करने के बाद से उन्होंने 110 वनडे मैचों में 13 शतक और 32 अर्धशतक की मदद से 4,919 रन बनाए हैं। मंधाना महिला क्रिकेट में सर्वाधिक शतक लगाने वाली भारतीय बल्लेबाज हैं। उन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक वनडे सीरीज में 50 गेंदों पर शतक बनाया था, जो कि विराट कोहली के 52 गेंदों में वनडे शतक लगाने के रिकॉर्ड के निकट है।