क्या हर बार ऐसा होता है जब आप भारत में 2-0 से सीरीज जीतने की सोचते हैं? : टेंबा बावुमा
सारांश
Key Takeaways
- साउथ अफ्रीका ने भारत में 2-0 से सीरीज जीती।
- टेंबा बावुमा ने टीम की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
- खिलाड़ियों ने अपनी भूमिकाओं को समझा और योगदान दिया।
- साइमन हार्मर ने महत्वपूर्ण प्रदर्शन किया।
- यह जीत साउथ अफ्रीका के आत्मविश्वास को बढ़ाएगी।
नई दिल्ली, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। टेंबा बावुमा की कप्तानी में साउथ अफ्रीका ने भारतीय टीम को टेस्ट सीरीज में उसी के मैदान पर 2-0 से हराया। बावुमा का कहना है कि ऐसा हर बार नहीं होता कि भारत में 2-0 से क्लीन स्वीप की सोचें।
साउथ अफ्रीका ने कोलकाता में खेले गए पहले मैच को 30 रन से जीतकर सीरीज की शुरुआत की। इसके बाद गुवाहाटी में दूसरे टेस्ट में 408 रन के अंतर से जीत दर्ज की।
सीरीज जीतने के बाद टेंबा बावुमा ने कहा, "ऐसा हर बार नहीं होता, जब आप भारत आकर 2-0 से सीरीज जीतने की सोचें। मुझे लगता है कि इस टीम के लिए, यह एक और शानदार उपलब्धि है। यह जीत शायद उन कुछ सवालों के जवाब देती है जो हमसे एक समूह के तौर पर पूछे गए थे।"
उन्होंने आगे कहा, "जब हम मैदान पर होते हैं तो हमारी सोच में एक बड़ा बदलाव आया है। हम परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालना चाहते हैं। हमारी तैयारी में सुधार हुआ है। खिलाड़ी अपनी भूमिका को समझकर मैदान में उतरते हैं। सभी को यह एहसास है कि वह अपने दिन आने पर टीम के लिए कुछ कर सकते हैं। मुथुसामी जैसे खिलाड़ी बेंच से आते हैं और मैच जिताऊ प्रदर्शन के लिए तैयार रहते हैं। इस जीत से हमारा आत्मविश्वास और भी बढ़ेगा।"
टेंबा बावुमा ने कहा, "कप्तान के तौर पर कभी-कभी गेंदबाज से गेंद छीनना मुश्किल होता है। सभी गेंदबाजी जारी रखना चाहते हैं। यह बल्लेबाजी में भी दिखता है। हमारे पास ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं जो बड़ा स्कोर बनाते हैं, लेकिन चार या पांच ऐसे खिलाड़ी हैं जो 60 और 70 रन बनाएंगे।"
सीरीज के दूसरे टेस्ट में साइमन हार्मर ने 9 विकेट लिए और उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया। साथ ही केशव महाराज ने तीन सफलताएं हासिल कीं।
कप्तान ने इन दोनों खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा, "साइमन के पास 2015 में भारत में खेलने का अनुभव है। एक स्पिनर के रूप में, उनके पास बहुत अनुभव है। वह केशव महाराज का अच्छा साथ देते हैं। मुझे जो चीज पसंद है, वह दोनों के बीच की प्रतिस्पर्धा है।"