क्या टेंबा बावुमा कप्तान बनेंगे? सीए की 'बेस्ट टेस्ट प्लेइंग इलेवन 2025' में तीन भारतीयों को मिली जगह
सारांश
Key Takeaways
- 2025 की बेस्ट टेस्ट इलेवन में तीन भारतीय खिलाड़ियों का चयन।
- दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेंबा बवुमा की अगुवाई में टीम।
- भारतीय क्रिकेट का गौरव।
- रवींद्र जडेजा का 12वें खिलाड़ी के रूप में चयन।
- अन्य देशों के खिलाड़ियों को जगह नहीं मिली।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्ष 2025 टेस्ट क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष रहा। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर अपना पहला खिताब जीता और ऑस्ट्रेलिया को लगातार दूसरे खिताब से वंचित किया। ऑस्ट्रेलिया ने एशेज सीरीज अपने नाम की। भारतीय टीम ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज ड्रा की और दक्षिण अफ्रीका ने भारत में टेस्ट सीरीज जीतकर सुर्खियां बटोरीं। वर्ष की समाप्ति पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने बेस्ट टेस्ट इलेवन की घोषणा की है, जिसमें तीन भारतीय खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। टीम की कप्तानी दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेंबा बवुमा को सौंपी गई है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की 2025 की बेस्ट टेस्ट इलेवन में 3 भारतीय (केएल राहुल, शुभमन गिल और जसप्रीत बुमराह), 4 ऑस्ट्रेलियाई (ट्रेविस हेड, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), मिचेल स्टार्क, स्कॉट बोलैंड), इंग्लैंड के 2 (बेन स्टोक्स और जो रूट) और दक्षिण अफ्रीका के 1 (सिमोन हार्मर) खिलाड़ी शामिल किए गए हैं। भारत के दिग्गज ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को 12वें खिलाड़ी के रूप में रखा गया है।
केएल राहुल को ट्रेविस हेड के साथ बतौर सलामी बल्लेबाज टीम में जगह दी गई है। तीसरे नंबर पर जो रूट और चौथे नंबर पर शुभमन गिल हैं।
पांचवें नंबर पर टेंबा बावुमा2025 का खिताब जीता था। बावुमा के नेतृत्व में दक्षिण अफ्रीका ने भारत में 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया।
छठे नंबर पर एलेक्स कैरी हैं, जो विकेटकीपर भी होंगे। सातवें नंबर पर बेन स्टोक्स और आठवें पर मिचेल स्टार्क हैं। नौवें नंबर पर जसप्रीत बुमराह और दसवें नंबर पर स्कॉट बोलैंड हैं। ग्यारहवें नंबर पर सिमर हार्मर हैं।
हार्मर टीम में एकमात्र स्पिनर हैं। हार्मर की जगह जडेजा को रखा जा सकता था, जिनके पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का हार्मर के मुकाबले कहीं ज्यादा अनुभव है। साथ ही, एक बेहतरीन स्पिनर होने के साथ ही, वह टेस्ट फॉर्मेट के बेहतरीन बल्लेबाज हैं। जडेजा की उपस्थिति टीम को और मजबूत बनाती।
इस टीम में न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, जिम्बाब्वे, श्रीलंका, आयरलैंड, और वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को जगह नहीं मिली।