क्या टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखने के लिए अच्छी पिचों पर खेलना जरूरी है? दिल्ली की पिच से नाखुश गौतम गंभीर

सारांश
Key Takeaways
- भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2-0 से श्रृंखला जीती।
- गौतम गंभीर की पिच को लेकर चिंताएं।
- अच्छी पिचों का महत्व टेस्ट क्रिकेट में।
- गंभीर का मानना है कि तेज गेंदबाजों के लिए पिच में कुछ होना चाहिए।
- भारत का अगला टेस्ट 14 नवंबर को है।
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में 2-0 से क्लीन स्वीप किया। अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए दूसरे मैच में भारत ने 7 विकेट से जीत हासिल की। टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर का कहना है कि दिल्ली की पिच में सुधार की आवश्यकता है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर मिली 3-0 की हार के बाद, भारत ने अहमदाबाद और दिल्ली दोनों स्थानों पर सपाट पिचें बनाई।
अहमदाबाद में वेस्टइंडीज की टीम दोनों पारियों में 50 ओवर तक नहीं पहुँच सकी, जबकि दिल्ली में पिछले अनुभवों से सबक लेते हुए बेहतर प्रदर्शन किया।
गंभीर ने पिच की गुणवत्ता पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "मुझे लगा था कि यहाँ हमें बेहतर विकेट मिल सकता था। तेज गेंदबाजों के लिए पिच में कुछ होना चाहिए। मैं जानता हूँ कि हम स्पिनर्स की भूमिका के बारे में बात करते हैं, लेकिन जब आपके पास दो अच्छे तेज गेंदबाज हों, तो आप चाहते हैं कि वे मैच में बने रहें।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि भविष्य में हम टेस्ट क्रिकेट में बेहतर विकेट प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि सभी की जिम्मेदारी है कि हम टेस्ट क्रिकेट को जीवित रखें। अच्छी पिचों पर खेलना इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है।"
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद में पहले टेस्ट मैच को पारी और 140 रन से जीता था। इसके बाद टीम इंडिया ने दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट की पहली पारी 518/5 के स्कोर पर घोषित की और वेस्टइंडीज को 248 रन पर आउट किया। इस प्रकार भारत ने पहली पारी के आधार पर 270 रन की बढ़त हासिल की।
वेस्टइंडीज को फॉलोऑन खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस टीम ने दूसरी पारी में 390 रन बनाए और भारत को जीत के लिए 121 रन का लक्ष्य दिया, जिसे टीम इंडिया ने आसानी से हासिल कर लिया।
यह उम्मीद की जा रही है कि जब भारत 14 नवंबर से कोलकाता में साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट मैच खेलेगा, तब पिच पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।