क्या भारत बनाम साउथ अफ्रीका के टेस्ट इतिहास में केवल एक ही बल्लेबाज ने 'तिहरा शतक' बनाया?
सारांश
Key Takeaways
- वीरेंद्र सहवाग ने तिहरा शतक लगाया।
- साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 540 रन बनाए।
- मुकाबला अंततः ड्रॉ रहा।
- हरभजन सिंह ने 5 विकेट लिए।
- नील मैकेंजी ने दूसरी पारी में नाबाद 155 रन बनाए।
नई दिल्ली, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट इतिहास में अब तक 44 मुकाबले खेले जा चुके हैं। इस दौरान केवल एक ही बल्लेबाज ने तिहरा शतक लगाया है। वह और कोई नहीं, बल्कि भारत के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग हैं। चलिए, इस ऐतिहासिक मुकाबले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
साल 2008 में भारत और साउथ अफ्रीका की टीमों ने यह मुकाबला चेन्नई के मैदान पर 26-30 मार्च के बीच खेला था।
मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का निर्णय लिया। कप्तान ग्रीम स्मिथ ने नील मैकेंजी के साथ पहले विकेट के लिए 132 रन की साझेदारी की। स्मिथ ने 97 गेंदों में 73 रन बनाए, जबकि मैकेंजी ने 94 रन की पारी खेली। इसके अलावा हाशिम अमला ने टीम के खाते में 159 रन जोड़े। साउथ अफ्रीकी टीम 540 रन पर ऑलआउट हुई।
इस पारी में भारत की ओर से हरभजन सिंह ने 164 रन5 विकेट हासिल किए, जबकि अनिल कुंबले ने 2 विकेट
इसके जवाब में वीरेंद्र सहवाग और वसीम जाफर की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 213 रन जोड़ते हुए भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई। जाफर ने 1 छक्का और 6 चौकों के साथ 73 रन बनाए।
यहां से वीरेंद्र सहवाग ने राहुल द्रविड़ के साथ दूसरे विकेट के लिए 268 रन जोड़ते हुए टीम को मजबूती प्रदान की।
सहवाग ने 304 गेंदों में 5 छक्कों और 42 चौकों के साथ 319 रन बनाकर आउट हुए, जबकि द्रविड़ ने 111 रन की पारी खेली। साउथ अफ्रीका की ओर से डेल स्टेन ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए, जबकि मखाया एंटिनी और पॉल हैरिस को 3-3 सफलताएं मिलीं।
भारत के पास पहली पारी के आधार पर बढ़त थी। दूसरी पारी में साउथ अफ्रीकी टीम ने 109 ओवरों का खेल खेलते हुए 5 विकेट खोकर 331 रन बनाए। इस पारी में नील मैकेंजी 155 रन बनाकर नाबाद रहे। मुकाबला अंततः ड्रॉ रहा।